नई दिल्ली : बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में गत 15 दिसंबर को एक लड़की को कार से अगवाकर फ्लैट पर ले जाकर गैंगरेप की घटना में पुलिस ने दो अध्यापकों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान किशन और जमुनादास के रूप में हुई है। आरोपितों के कब्जे से वारदात में इस्तेमाल आई-10 कार जब्त कर फ्लैट को भी सील कर दिया है। दोनों आरोपी शादीशुदा हैं। 15 दिसंबर की दोपहर सुल्तानपुरी थाने में 24 साल की पीड़िता अपने परिवार के साथ आई थी, जिसने दो आरोपितों के खिलाफ गैंगरेप करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने पीड़िता का संजय गांधी अस्पताल में मेडिकल कराया, जहां डॉक्टरों ने बलात्कार होने की पुष्टि की। जांच टीम मामले की जांच शुरू की। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह शादियों में काम करती है। वह परिवार के साथ बुध विहार विजय विहार इलाके में रहती है। उसका कुछ दिन पहले अचानक आधार कार्ड और पैन कार्ड खो गया था। जिसको वह बनवाने की कोशिश कर रही थी।
रोहिणी सेक्टर-21 इलाके में ही एक युवक आधार कार्ड बनवाया करता है, जिससे उसकी काफी समय से जान पहचान थी। युवक को मामले की जानकारी दी थी, जिसने दस्तावेज बनवाने का आश्वासन दिया था। गत 15 दिसंबर को युवक के पिता किशन ने उसको फोन कर सुल्तानपुरी बुलाया। जिसने आधार कार्ड और पैन कार्ड बनवाने के लिए कहीं पर चलने की बात कही थी। किशन से भी युवक के संपर्क में आने के बाद पहले मिल चुकी थी। किशन अपनी आई-10 कार ले सुल्तानपुरी आया। पीड़िता को कार से एक जानकार के फ्लैट पर ले गया, जहां पर दोनों ने उसे बंधक बनाकर धमकी देकर गैंगरेप किया। बाद में उसे किशन कार से ही सुल्तानपुरी इलाके में छोड़ गया था। पीड़िता को नहीं पता कि फ्लैट किस इलाके में था। पुलिस ने पीड़िता से आई-10 कार का नंबर लिया। जिस युवक से उसकी जान पहचान थी उसकी दुकान पर छापा मारकर युवक सेिता के बारे में पता किया। किशन वारदात के बाद से ही घर से फरार था।