बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली में रविवार को राम मंदिर पर दो टूक बोले। उन्होंने कहा कि हमारा शुरू से स्टैंड साफ रहा है कि राम मंदिर का निर्माण कोर्ट के फैसले से होगा, या फिर सर्वसम्मति से होगा। वे सीट शेयरिंग पर हुए फैसले के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने यह भी इशारा किया कि यह अलग मुद्दा है और इसे लेकर घटक दलों में किसी तरह का फूट नहीं है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कहा कि हम बिहार में विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और इससे कोई समझौता नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी राय है कि राम मंदिर मामले को कोर्ट के फैसले के जरिए हल किया जाना चाहिए.
इसके पहले नीतीश कुमार के दिल्ली स्थित आवास पर जदयू की बैठक हुई। मौके पर जदयू के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी मौजूद रहे। इसके बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आवास पर एनडीए की बैठक हुई। इसमें यह तय हुआ कि 2019 में बिहार में नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के चेहरे पर एनडीए वोट मांगेगा। बैठक में रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान भी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि रविवार को दिल्ली में बिहार एनडीए के घटक दलों भाजपा, जदयू और लोजपा के बीच सीट बंटवारों पर फाइनल मुहर लग गयी। भाजपा और जदयू के खाते में 17-17 सीटें गईं, तो लोजपा को 6 सीटें मिली हैं। कौन दल कहां से लड़ेंगे, इसकी घोषणा बाद में की जाएगी।