घाटमपुर कोतवाली की बिरहर चौकी क्षेत्र के गांव शाहपुर में शनिवार देर शाम भाजपा नेता से विवाद एक कोटेदार को भारी पड़ गया। मध्य रात पुलिस ने घर पर दबिश देकर कोटेदार को हिरासत में लेकर जीप से ले गई। इस बीच आरोपित कोटेदार हिरासत से निकल भागा और 100 नंबर डायल कर पुलिस की बर्बरता की दास्तां बयां की। वहीं परिजनों ने पुलिस पर घर में तोडफ़ोड़ व लूटपाट का आरोप लगाया है।
शाहपुर गांव निवासी गोपाल मिश्र भाजपा के मंडल महामंत्री हैं। उन्होंने पिछले दिनों कोटेदार शिवमोहन यादव की शिकायत कर जांच कराई थी। शनिवार को कुछ देर खाद्यान्न बांटने के बाद शिवमोहन ने दुकान बंद कर दी थी। एक ग्रामीण के जानकारी देने पर गोपाल ने आपूर्ति निरीक्षक से फोन पर शिकायत की थी। इसपर कोटेदार ने ई-पोस मशीन का नेटवर्क न मिलने के कारण अगले दिन राशन वितरण की जानकारी दी। ग्रामीणों के मुताबिक देर शाम कल्लू अग्निहोत्री के दरवाजे कोटेदार शिवमोहन व गोपाल मिश्र के बीच विवाद हो गया। दोनों पक्षों के बीच जमकर हाथापाई हुई।
लोगों के बीच बचाव के बाद देर रात भाजपा नेताओं के साथ थाने पहुंचे गोपाल ने तहरीर देकर बताया कि शाम करीब छह बजे शिव मोहन, मानवेन्द्र, अभिषेक व अश्वनी आल्टो कार से घर के बारह आए और गाली गलौज करने लगे। पीछा करके घर के अंदर घुस आए और उसे पीटते हुए कार में डाल कर ले जाने लगे। लीगों ने उसे बचाया लेकिन हमलावर मोबाइल फोन व पर्स लूट ले गए। कोतवाली में भाजपाइयों के दबाव में आई पुलिस ने आनन फानन में लूट की रिपोर्ट दर्ज की और मध्य रात के बाद कोटेदार शिवमोहन के घर में दबिश दी। कोटेदार के घर का दरवाजा तोड़ कर अंदर घुसी पुलिस शिवमोहन को पकड़कर जीप में लाद कर ले गई। इसके बाद पुलिस टीम द्वारा दूसरे गांव में दबिश दिए जाने के दौरान मौका पाकर कोटेदार किसी तरह भाग निकला।
कोटेदार की दिव्यांग पत्नी रानी देवी के मुताबिक दरवाजा तोड़कर घुसे दस बारह पुलिस कर्मी तोडफ़ोड़ कर खाद्यान्न वितरण का करीब बीस हजार रुपये भी लूट ले गए। उधर पुलिस हिरासत से भागने के बाद कोटेदार ने सौ नंबर डायल करके पुलिस की बर्बरता की दास्तां सुनाई। घटना संज्ञान में आने के बाद उच्चाधिकारियों ने पड़ताल शुरू की। वही इस बारे में घाटमपुर प्रभारी निरीक्षक रवि श्रीवास्तव ने आरोपी कोटेदार को गिरफ्तार कर लाने और पड़ोसी गांव में वारंटी के यहां दबिश देने के दौरान कोटेदार के हिरासत से भाग निकलने की बात स्वीकार की है। उन्होंने कोटेदार के घर पर पुलिस द्वारा दरवाजे, अंदर तोडफ़ोड़ व लूटपाट के आरोप को आधारहीन बताया है।