नई दिल्ली : भारतीय दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी व रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता पीवी सिंधु के लिए वर्ष 2018 काफी शानदार रहा। सिंधु ने वर्ष 2018 का समापन विश्व टूर फाइनल्स का खिताब जीतकर किया। यह खिताब जीतने वाली वह पहली भारतीय खिलाड़ी बनीं। खिताबी मुकाबले में सिंधु ने जापान की नोजोमी ओकुहारा को शिकस्त दी। उन्होंने सेमीफाइनल मुकाबले में थाइलैंड की रतचानोक इंतानोन को धूल चटाई थी। विश्व टूर फाइनल्स का खिताब उनके कैरियर का 14वां करियर खिताब रहा।
इसके अलावा सिंधु ने एशियन खेलों में बैडमिंटन की किसी भी वर्ग के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय बनीं। हालांकि खिताबी मुकाबले में उन्हें चीनी ताइपे की ताई जू यिंग के हाथों 21-13, 21-16 से हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा सिंधु ने इस साल राष्ट्रमंडल खेल, विश्व चैम्पियनशिप, इंडिया ओपन और थाईलैंड ओपन में रजत पदक पर कब्जा किया। यही नहीं सिंधु इस साल का अंत विश्व महिला एकल रैंकिंग में तीसरे स्थान के साथ करेंगी। उनके 84264 रेटिंग अंक हैं। यह दिलचस्प बात है कि पीवी सिंधु वर्ष 2017 के अंत में भी तीसरी रैंकिंग पर रही थीं और वर्ष 2018 की शुरूआत भी उन्होंने तीसरी रैंकिंग से की थी।