स्मार्टफोन हमारे जीवन में काफी अहम है। हमारे रोजमर्रा के ऑनलाइन या डिजिटल काम स्मार्टफोन से आसानी से किए जा सकते हैं। स्मार्टफोन, एक यूजर के लिए जितना उपयोगी है उतना ही खतरनाक भी है। लगातार हो रहे सर्वेज की रिपोर्ट्स के मुताबिक, आपके स्मार्टफोन को आपके पल-पल की खबर होती है। इस बात का पता एक सर्वे में चला है। इसके मुताबिक, स्मार्टफोन आपकी पल-पल की जानकारी दूसरी कंपनियों के साथ शेयर कर रहे हैं। यहां हम आपको इसके कारण बता रहे हैं।
ज्यादातर ऐप्स चुराती हैं निजी डाटा:
यूनिवर्सिटी और कैलिफॉर्निया द्वारा की गई स्टडी के मुताबिक 10 मे से 7 ऐप्स आपका निजी डाटा शेयर करती हैं। इसमें आपकी लोकेशन या आप सबसे ज्यादा कौन-सी ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं आदि शामिल होते हैं। सर्वे के मुताबिक, 15 फीसद ऐप्स यूजर्स का डाटा 5 या उससे ज्यादा ट्रैकिंग वेबसाइट्स को देती हैं।
ट्रैकिंग को ऑफ कर देना हमेशा काम नहीं करता:
अगर आपको ऐसा लगता है कि ऐप्स में परमीशन न देने से वो आपकी एक्टिविटी पर नजर नहीं रख सकती हैं तो ऐसा गलत है। नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंटिस्ट ग्यूवारा नाउवीर ने रिसर्च में पाया है कि यूजर फोन की स्क्रीन पर अपनी हाथ से जो भी टाइप करता है उसे ट्रैक किया जा सकता है। अगर आपका फोन आपकी जेब में है तो भी वो डाटा कंपनियों को आपकी पल-पल की जानकारी देगा।
प्रोफाइल से कमाते हैं पैसे:
आपकी हर एक जानकारी जैसे आप कौन हैं, कहां हैं और क्या कर रहे हैं इससे कंपनियां पैसे कमाती हैं। इस बात की जानकारी वायने स्टेट यूनिवर्सिटी के लॉ प्रोफेसर जोनेथन विनबर्ग ने दी है। ऑनलाइन और ऑफलाइन डाटा को एक साथ कलेक्ट कर फेसबुक विज्ञापदाताओं को देता है और उनसे पैसे कमाता है।