अब जो भी टीम भारत के दौरे पर क्रिकेट खेलने आएगी, वो पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान के साथ प्रैक्टिस मैच भी खेलेगी। बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने अपने अफगानिस्तान दौरे पर ये बात कही।
बीसीसीआई इस कदम के जरिए अफगानिस्तान को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में और एक्सपोजर देना चाहता है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के न्योते पर अमिताभ चौधरी काबुल गए थे, जहां दोनों देशों के द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध के बारे में बातचीत हुई। भारत 14 जून से बैंगलुरू में अफगानिस्तान के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेलेगा। इस टेस्ट के जरिए अफगानिस्तान की टीम टेस्ट में अपना डेब्यू करेगी।
चौधरी ने कहा कि, “बीसीसीआई के इस कदम से अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों का मनोबल और बढ़ेगा साथ ही खिलाड़ियों के खेल कौशल का भी विकास होगा। एसीबी के चेयरमैन आतिफ मशाल ने कहा कि अफगानिस्तान अब आईसीसी का पूर्णकालिक सदस्य बन चुका है। इसके अलावा बीसीसीआई के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं और हम क्रिकेट की बेहतरी के लिए साथ में काम कर रहे हैं।”
अमिताभ चौधरी ने कहा कि, “ये मेरे लिए सम्मान की बात है कि मुझे यहां आने के लिए आमंत्रित किया गया। हम अफगानिस्तान के साथ एतिहासिक पहला टेस्ट मैच खेलेंगे और हम इसे गंवाना नहीं चाहते हैं। क्रिकेट के जरिए भारत और अफगानिस्तान के संबंध और बेहतर हो रहे हैं और ये शांति का संदेश भी देता है। अफगानिस्तान के खिलाड़ी भारत में आईपीएल खेलने की वजह से यहां से काफी प्यार करते हैं और हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले आईपीएल में यहां के खिलाड़ियों की संख्या और बढ़ेगी।”
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष ने बीसीसीआई का शुक्रिया अदा किया और कहा कि अब भारत में ग्रेटर नोएडा के बाद अफगानिस्तान को दूसरे घरेलू स्टेडियम के तौर पर देहरादून का मैदान दिया जा रहा है। अफगानिस्तान अब बांग्लादेश की मेजबानी देहरादून में करेगा। दोनों देशों के बीच तीन टी20 मैचों की सीरीज खेली जाएगी।