पटना। इस ठंड में भी बिहार की सियासत काफी गरम है। पटना से लेकर दिल्ली तक सियासी हवा बह रही है। रालोसपा के महागठबंधन में शामिल होने के बाद लोजपा को लेकर बीजेपी की बेचैनी बढ़ गई है। बीजेपी के वरीय नेता डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बुलावे पर लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान व उनके बेटे चिराग पासवान ने मुलाकात की। लेकिन मुलाकात के बाद न रामविलास पासवान कुछ बोल रहे हैं और न ही चिराग पासवान।
दिल्ली से आ रही खबर के अनुसार बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के आवास पर गुरुवार की शाम लोजपा नेता पहुंचे। मौके पर केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव, लोजपा के पशुपति कुमार पारस भी मौजूद रहे। दोनों दलों के नेताओं के बीच लगभग ढाई घंटे तक बातचीत हुई। लेकिन अभी तक उन नेताओं के बीच क्या बात हुई है, इस पर किसी ने मुंह नहीं खोला है।
गौरतलब है कि रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के महागठबंधन में शामिल होने के बाद लोजपा की नाराजगी को देखते हुए बीजेपी की बेचैनी बढ़ गई है। बीजेपी हर हाल में लोजपा को एनडीए में शामिल रखना चाहती है। पार्टी के आलाकमान रामविलास पासवान को मनाने में लगी है। हालांकि अमित शाह से मुलाकात के पहले लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान ने साफ कह दिया है कि वह बीजेपी से नाराज नहीं है, लेकिन इस मामले में जो भी फैसला करेंगे, वह चिराग पासवान करेंगे.
बता दें कि लोजपा संसदीय दल के नेता चिराग पासवान ने उस समय राजनीतिक बखेड़ा कर दिया, जब उन्होंने एनडीए पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर दिया। ट्वीट में उन्होंने सीट शेयरिंग को लेकर चेतावनी तक दे डाली। इतना ही नहीं, नए घटनाक्रम में चिराग पासवान ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी, जिसमें नोटबंदी से हुए फायदे की जानकारी मांगी।