विधानसभा में बसपा व सपा के सवाल पर कृषि मंत्री ने दी जानकारी
लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के बहिर्गमन के बीच सरकार ने ऐलान किया है कि इस बार मक्के के लिये भी क्रय केन्द्र खोले जायेंगे। प्रश्न प्रहर में बहुजन समाज पार्टी के रितेश पाण्डेय और समाजवादी पार्टी के मोहम्मद फइम इरफान के मूल प्रश्न के उत्तर में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि सरकार किसानों की आय दोगुना करने के लिये कृतसंकल्प है। स्वामीनाथन कमेटी की संस्तुतियों को भी लागू किया जा रहा है। उनका कहना था कि किसानों के हित में आई स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट 2006 से 2016 तक ठण्डे बस्ते में थी।योगी सरकार ने सत्ता संभालते ही रिपोर्ट लागू की और किसानों के हित में दनादन फैसले लिये। श्री शाही ने कहा कि सत्तर साल से दलहन की सरकारी खरीद नहीं हो रही थी। पहली बार दलहन को सरकार ने खरीदा। तैतीस लाख मीट्रिक टन दलहन की खरीद कर 200 करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान किया। उन्होंने कहा कि तिलहन के उत्पादन में उत्तर प्रदेश प्रथम आया है। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष एक लाख टन उत्पादन बढ़ा। इसके लिये राज्य सरकार को केन्द्र ने सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि इस बार मक्के की खरीद भी की जाएगी। पहली बार होने जा रही मक्के की खरीद के लिये आगरा और अलीगढ़ मण्डलों में क्रय केन्द्र खोले जायेंगे। दलहन के लिये बुन्देलखण्ड समेत 18 जिलों में क्रय केन्द्र खोले गये थे।
उन्होंने कहा कि राज्य में खाद की कोई कमी नहीं है। गैरभाजपा सरकारों के कार्यकाल में खाद के लिये किसानों को लम्बी लाइन लगानी पड़ती थी। लाठियां खानी पड़ती थी लेकिन योगी सरकार में किसान को न तो लाठी खानी पड़ रही है और न ही लाइन लगाानी पड़ रही है। उन्होने सिलसिलेवार किसानों को दी जा रही सहूलियतों का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि इस सरकार ने अल्प समय में ही धान के समर्थन मूल्य में 200 रुपये प्रति कुन्तल की वृद्धि की। उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश है कि किसान रासायनिक खाद का कम से कम उपयोग करें। इसके लिये किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
बसपा के लालजी वर्मा ने जानना चाहा कि कृषि विश्वविद्यालय और सरकारी कृषि फार्मों में गेहूं और धान की प्रति कुन्तल लागत क्या है। उन्होंने सरकार पर जुमलेबाजी करने का आरोप लगाया। श्री वर्मा ने जानना चाहा कि 400 रुपये प्रति बोरी डीएपी खाद का दाम बढ़ा तो क्या सरकार सब्सिडी देकर कम दाम पर इसे उपलब्ध करायेगी। बसपा के ही सुखदेव राजभर ने कहा कि पेट्रो पदार्थों का दाम घट रहे हैं तो खाद के भी दाम घटने चाहिये। सरकार के उत्तर से असंतुष्ट कांग्रेस, सपा और बसपा ने बारी-बारी से सदन का बहिर्गमन किया।