हवाई अड्डे की तर्ज पर बस अड्डा बनाने की योजना
लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर सूबे के 21 बस अड्डों को विकसित किया जाएगा। इसके लिए गुरुवार को लखनऊ के एक होटल में इन्वेस्टर्स समिट (निवेशक शिखर सम्मेलन) का आयोजन किया। समिट को सम्बोधित करते हुए परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि जल्द ही एयरपोर्ट की तर्ज पर बस अड्डों को बनाने के लिए अंतिम निर्णय लिया जाएगा। परिवहन निगम आलमबाग बस टर्मिनल की तर्ज पर लखनऊ के गोमतीनगर और चारबाग सहित प्रदेश के 21 बस अड्डों को बहुमंजिला इमारतों में तब्दील कर ढेरों सुविधाएं देने जा रहा है। इससे बस अड्डे हाईटेक बनेंगे और सुविधाएं बढ़ेंगी। इन बस अड्डों को पीपीपी मॉडल के तहत संवारा जाएगा। इन बस अड्डों पर जनवरी से निर्माण कार्य शुरू होना है। इन्हें संवारने वाली निर्माणदायी संस्था को बस अड्डा 30 साल की लीज पर मिलेगा। इस समिट में मध्य प्रदेश, असम, गुजरात, दिल्ली और मुम्बई से आए हुए निवेशक शामिल हुए। बस अड्डों की दुकानें, कॉम्प्लेक्स और होटल का संचालन निर्माणदायी संस्था के अधीन होगा। समिट में निवेशकों और परिवहन निगम के अधिकारियों के बीच नियम व शर्तों पर खुलकर चर्चा हुई।
इन्वेस्टर्स समिट में देश के कई राज्यों से आये निवेशकों का स्वागत करते हुए परिवहन मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासन काल में सूबे का चौमुखी विकास हो रहा है। यहां पर अच्छी सड़कों का जाल बिछा हुआ है। निवेश का बहुत अच्छा माहौल है। कानून व्यवस्था चुस्त-दुरूस्त है। सूबे में रोडवेज की करीब 12000 बसें चल रही हैं। इसलिए अब यहां पर एयपोर्ट की तर्ज पर पीपीपी मॉडल पर अत्याधुनिक बस अड्डे बनने चाहिए। राजधानी में पीपीपी मॉडल पर बने आलमबाग बस अड्डे का उद्धाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पांच महीने पहले कर चुके हैं।परिवहन मंत्री ने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट में कई राज्यों से आए निवेशकों के प्रजेंटेशन को देखा गया और सबके सुझाव को नोट किया गया है। जल्द ही 21 बस अड्डों को पीपीपी मॉडल पर बनाने के लिए निर्णय लिया जाएगा। सूबे में जनसंख्या बढ़ रही है, इसलिए अब उस हिसाब से बसें चलाई जानी है। इसलिए यात्रियों को बसों के साथ बस अड्डों पर भी अच्छी सुविधा देनी होगी, ताकि जरूरत पड़े तो यात्री वहां सो भी सकें।
परिवहन निगम के अध्यक्ष संजीव सरन ने कहा कि इस समिट में 25 से अधिक निवेशक आए हुए हैं। सूबे में आगरा एक्सप्रेस-वे जैसी अच्छी सड़कें बनी है। इस पर रोडवेज की एसी और स्लीपर बसें अच्छी रफ्तार से चल रही हैं। इसलिए यात्रियों को अब बसों के साथ बस अड्डों पर भी अच्छी सुविधाएं देना होगा। परिवहन निगम के अध्यक्ष ने कहा कि सूबे में 21 बस अड्डों का निर्माण पीपीपी मॉडल पर करना है। इसलिए जो भी निवेशक निर्माण में भागीदारी करेगा, हम उसको कोई समस्याएं नहीं होने देंगे। प्रमुख सचिव परिवहन आराधना शुक्ला ने कहा कि पीपीपी मॉडल पर लखनऊ का आलमबाग बस अड्डा बना है। इसलिए जल्द ही हम लोग सूबे के 21 बस अड्डों को इसी मॉडल पर बनाने के लिए बैठक कर निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि बस अड्डों की भूमि का मालिकाना हक परिवहन निगम के पास है। इसलिए यहां किसी भी निवेशक को दिक्कतें नहीं होंगी।