लखनऊ : सिटी स्टेशन के पास चल रहे कायस्थ छात्रावास के 45 कमरों में चोरी की बिजली करते हुए पकड़ा गया। रेजीडेंसी डिवीजन के अधिकारी बिजली चोरी पर चला रहे अभियान में यह मामला उजागर हुआ। लेसा ने बिजली चोरी पकड़ने के बाद वजीरगंज थाने में इस मामले की शिकायत दर्ज करा दी है। अधिशासी अभियंता का कहना है कि 24 घंटे के अन्दर अगर शमन शुल्क नहीं जमा कराया गया तो छात्रावास प्रबंधक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया जाएगा। सिटी स्टेशन के बाद पास चले रहे कायस्थ छात्रावास के 45 कमरों में बिजली चोरी हो रही थी। रजीडेंसी डिवीजन के अधिकारियों ने अभियान चलाकर यहां बिजली चोरी पकड़ी। आरोप है कि रिवर बैंक कालोनी में कायस्थ छात्रावास में प्रबधंक मायाशंकर श्रीवास्तव द्वारा कमरो में बिजली की चोरी कराई जा रही थी।
कायस्थ छात्रावास को ट्रस्ट की तरफ से चलाया जाता है। यहां अब छात्रों से ज्यादा परिवार वाले लोग किराए पर रहते है। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि यहां पिछले कई महीने से बिजली चोरी हो रही थी। हालांकि विभागीय नियमावली के अनुसार अब इनसे पिछले एक साल के हिसाब से दोगुनी राशि चार्ज किया जाएगा। लेसा के अधिकारियों ने बताया कि छात्रावास से करीब आठ लाख रुपये तक की वसूली की जाएगी। यहां कमरों में गीजर से लेकर इलेक्ट्रानिक के कई सामान लगे हुए है। एक्सईएन रेजीडेंसी केके यादव ने बताया कि छात्रावास में कामर्शियल रेट से चार्ज किया जाएगा। ऐसे में शमन भी 10 हजार रुपये प्रति किलोवॉट के हिसाब चार्ज किया जाएगा। इसके अलावा बारूद खाना क्षेत्र में 13 अन्य परिसरों में बड़े मात्रा में बिजली चोरी पकड़ी गई। यहां उपभोक्ताओं ने लेसा टीम के साथ झगड़ा भी किया। हालांकि मौके पर पुलिस बल साथ होने की वजह से मामला तुरंत शांत हो गया। इसके खिलाफ भी वजीरगंज थाने में तहरीर दी गई है।