लखनऊ : उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि हमें ट्रैफिक नियमों का अनुपालन पूरी सजगता के साथ करना चाहिए, इससे सड़क दुर्घटनाएं कम होंगी। सडक दुर्घटनाओं से बचने हेतु हम लोगों को प्रिवेंशन की तरफ ध्यान देना चाहिए, क्योंकि ‘प्रीवेंशन इज ए पार्ट आॅफ इमरजेन्सी केयर’। दोपहिया वाहन चलाने वालों को हेलमेट पहनने हेतु प्रोत्साहित किया जाए। इसके साथ ही यातायात के नियमों का पालन सुनिश्चित करने हेतु लोगों को जागरूक किया जाए। सड़क सुरक्षा प्रदेश में एक महत्वपूर्ण अध्याय बने, ताकि सभी जीवन सुरक्षित रहें।
श्री सिंह मंगलवार को यहां गोमतीनगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित सड़क सुरक्षा कार्यशाला के इमरजेंसी केयर मैनेजमेंट सेशन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दो पहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनने के फायदे एवं न पहनने के नुकसान के बारे में समझाया जाए तथा चार पहिया वाहन चालकों एवं बैठने वालों को सीट बेल्ट लगाने हेतु प्रेरित किया जाए। हेलमेट व सीट बेल्ट न लगाने वालों का चालान अवश्य किया जाए। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों को चिन्हित कर सड़क सुधार किया जाए। प्रदेश के एक्सप्रेस-वे के निकट 3 किलोमीटर के अंदर के सरकारी अस्पताल को हम ट्रामा केयर के रूप में विकसित करेंगे। उन्होंने कहा कि मरीजों के हित में एम्बुलेंस सेवा और ट्रामा केयर को बढ़ाया जायेगा, प्रदेश में 712 एम्बुलेंस बढ़ाये जा रहे हैं। 150 एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस भी बढ़ायी जायेंगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मरीजों के लिए सुविधाये बढ़ाकर उन्हें स्वस्थ रखने के प्रयास कर रही है।
छात्रों को जागरूक करने के लिए सड़क सुरक्षा को पाठ्यक्रम में किया शामिल : डॉ दिनेश शर्मा
लखनऊ: यातायात नियमों के बारे में जागरूक करने के लिए विद्यालय सबसे उचित स्थान है। सड़क सुरक्षा पर विद्यालयों की अहम जिम्मेदारी है। विद्यालयों में समय समय पर सड़क सुरक्षा से संबंधित जागरुकता कार्यक्रम चलाकर छात्र-छात्राओं को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूक किया जा सकता है। छात्रों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूक किया जा सके, इसके लिए प्रदेश सरकार ने सड़क सुरक्षा को पाठ्यक्रम में भी सम्मिलित किया है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा मंगलवार को यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमती नगर, लखनऊ में आयोजित सड़क सुरक्षा कार्यशाला के शिक्षा और जागरुकता कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा संबंधी नियमों का पालन करना बच्चों एवं बड़ों सभी को अपने स्वभाव में लाना जरूरी है। सड़क सुरक्षा से संबंधित नियमों का कड़ाई से पालन हो इसके लिए मॉडर्न तकनीकी का सहयोग लिया जाना बहुत जरुरी है। शिक्षा, जागरुकता और सड़क सुरक्षा के नियमों का कड़ाई से पालन करना सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने में सहयोगी होगा।
सड़क सुरक्षा किसी एक के प्रयास से संभव नहीं है, इसके लिए सभी को आगे बढ़कर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया जाना जरूरी है। अध्यापकों, अभिभावकों, वाहन चालक, पुलिस प्रशासन एवं परिवहन विभाग का इसमें अहम दायित्व है। दुर्घटना बहुत ही दुखद होती है, इसको रोकने के लिए हर संभव इंतजाम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कृष्णा नगर लखनऊ में सड़क सुरक्षा के दृष्टि से लोगों को जागरुक करने के लिए एक ट्रैफिक पार्क का निर्माण करवाया गया, जहां पर बच्चों को भ्रमण कराकर यातायात के नियमों के प्रति जागरूक किया जा सकता है। नियमों का अनुपालन सभी को करना होगा। सड़क सुरक्षा पर नगर निगम, नगर विकास प्राधिकरण, ट्रैफिक पुलिस एवं परिवहन विभाग सभी एक साथ मिलकर एक समावेशीयोजना का निर्माण करें।