लखनऊ 15 दिसम्बर 2018. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रधानमंत्री आवास योजना में लापरवाही बरतने पर तीन अधिकारियों. कर्मचारियों की छुट्टी कर ये संदेश दिया है कि अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाने के अभियान में जो भी अफसर आड़े आएंगे उन्हें सख्त नतीजे भुगतने पड़ेंगे।
मुख्यमंत्री जी ने विकास कार्यों और जनसुनवाई में फाइलें लटकाने वाले अधिकारियों . कर्मचारियों को चिन्हित कर उन्हें रिटायर करने के भी आदेश दिए हैं। लापरवाह नौकरशाहों और कर्मचारियों के प्रति मुख्यमंत्री जी के कड़े रूख से स्पष्ट है कि जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर कोई भी लापरवाही या गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और आम लोगों की सुनवाई ना करने वाले अफसर . कर्मचारी इसका नतीजा भुगतेंगे।
शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री गरीबोंए किसानोंए वंचितों और आम लोगों की बेहतरी के लिए दिन रात काम कर रहे हैं। गरीबों को मुफ्त आवासए आयुष्मान की बीमा योजना का लाभए उज्जवला गैस की सहायता के साथ ही साथ बेहद पिछड़े इलाकों में सौभाग्य योजना के जरिए बिजली पहुंचाने जैसे काम तेजी से हो रहे हैं। ऐसे में कुछ अफसर और कर्मचारी अपनी कार्यशैली बदलने को तैयार नहीं है ऐसे ही अफसरों और कर्मचारियों को बार बार चेतावनी दिए जाने के बाद अब मुख्यमंत्री जी ने कार्रवाई तेज कर दी है। गरीब कल्याण के लिए चल रही शानदार प्रधानमंत्री गरीब आवास योजना में गड़बड़ी करने वाले अफसरों और कर्मचारियों की बरखास्तगी इसी का उदाहरण है।
प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने स्पष्ट आदेश दिए हैं कि जो अफसर और कर्मचारी जनता के लिए जवाबदेह नहीं हैं और फाइलों को जानबूझ कर लटकाना जिनकी आदत बन चुकी हैए ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों को रिटायर कर बेहतर अफसरों और कर्मचारियों को मौका दिया जाए।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि पंद्रह सालों के दौरान सपा बसपा की सरकारों ने नौकरशाही का राजनीतिककरण कर दिया था पर मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने सरकार में आते ही सभी को बराबरी के भाव से काम करने का अवसर दिया। अफसरों . कर्मचारियों को दबावमुक्त होकर जनहित के काम करने को कहा गया। ऐसे में कुछ कर्मचारियों और अफसरों ने बेहतर प्रदर्शन भी किया। लेकिन कुछ अभी भी खुद को बदलने को तैयार नहीं हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ तेज हुई कार्रवाई इस बाद का संदेश है कि अभी भी अगर नौकरशाहों और कर्मचारियों की तरफ से गरीब कल्याण के चल रही योजनाओं में हीलाहवालीए गड़बड़ी और भ्रष्टाचार हुआ तो दोषी अधिकारी . कर्मचारी परिणाम भुगतने को तैयार रहें।