हाल ही में भाजपा के गठबंधन एनडीए से अलग हुए उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) में दो फाड़ हो गई है. कुशवाहा एनडीए से अलग होने की घोषणा कर चुके हैं लेकिन उनकी पार्टी के विधायक एनडीए छोड़ने को राजी नहीं है, पार्टी के दोनों विधायक और एक एमएलसी ने कहा है कि कुशवाहा को जाना है तो वे जा सकता हैं लेकिन हम लोग एनडीए के साथ हैं.
कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी दो भागों में विभाजित होती दिख रही है. पटना में एक संवाददाता सम्मेलन कर रालोसपा के दोनों विधायक सुधांशु शेखर और ललन पासवान और एमएलसी संजीव श्याम सिंह ने कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा सिर्फ अपने बारे में सोच रहे हैं, वे कहीं भी जाएं किन्तु हम एनडीए के साथ थे और एनडीए के साथ ही रहेंगे.
पार्टी के दोनों विधायक और विधानपार्षद ने पटना में प्रेस वार्ता में कहा कि रालोसपा कुशवाहा की व्यक्तिगत संपत्ति नहीं है. पार्टी पर असली हक उनका है और वो एनडीए के साथ थे और रहेंगे. ऐसे में रालोसपा को एनडीए से अलग बिलकुल ना समझा जाए, क्योंकि असली रालोसपा एनडीए के साथ ही है. बताया जा रहा है कि तीनों विधायकों और विधानपार्षदों ने रालोसपा पार्टी के चुनाव चिह्न पर भी दावा ठोंकने की बात मीडिया से कही है.