भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में मंगलवार का दिन काफी सर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा. आजादी के बाद हुए अब तक के विधानसभा और लोकसभा चुनावों में ऐसा पहली बार हुआ है जब 24 घंटे होने के बाद मतगणना पूरी नहीं हो पाई है. कई जगहों पर कांग्रेस और बीजेपी अभी भी मझदार में अटकी हुई है. ऐसा ही कुछ मध्यप्रदेश की अटेर विधानसभा सीट पर देखने को मिल है.
अटेर में चुनावी रिजल्ट में देरी इसलिए हुई, क्योंकि गणना से कुछ वक्त पहले कुछ युवकों ने 256 डाक मतपत्रों की बोरी को लूट लिया. दैनिक भास्कर में प्रकाशित खबर के मुताबिक, सोमवार(10 दिसंबर) जब भिंड जिले के प्रधान डाकघर में पदस्थ डाकिया राजेंद्र यादव से कार युवकों ने मारपीट कर डाक मतपत्रों से भरी बोरी को लूट लिया.
कलेक्ट्रेट में जमा होने के लिए जा रही मतपत्रों की बोरी
नाकाबंदी के एक घंटे बाद ही मतपत्रों से भरी बोरी राधा कॉलोनी के पास नाले में मिली. डाकिया की निशानदेही पर एक युवक को हिरासत में लिया गया है. पुलिस ने दो संदेहियों को पकड़कर पूछताछ की है. पुलिस के मुताबिक डाकिया राजेंद्र यादव अपने साथी कर्मचारी के साथ बाइक से मतपत्रों की बोरी लेकर कलेक्ट्रेट में जमा कराने जा रहा था. रिजर्व पुलिस लाइन के पास लोगों की भीड़ व कार सवार युवकों ने डाकिया को रोका और मारपीट कर मतपत्र की बोरी छीन ले गए.
अटेर में किसके बीच था मुकाबला
अटेर विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी ) के अरविंद सिंह और कांग्रेस के हेमंत कटारे के बीच मुकाबला था. अभी सीट पर कांग्रेस का कब्जा था और सत्यदेव कटारे विधायक हैं. फिलहाल अटेर सीट पर भारतयी जनता पार्टी के अरविंद सिंह भदौरिया ने 58828 मतों से जीत हासिल की है. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार हेमंत कटारे को एक बड़े अंतर से शिकस्त दी है.
कमलनाथ ने पेश किया सरकार बनाने का दावा
चुनाव आयोग (Election Commission) के मुताबिक प्रदेश में 230 विधानसभा सीटों में से अब तक घोषित परिणामों के अनुसार 113 सीटों पर भाजपा, 10812 सीटों पर कांग्रेस जबकि चार सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार के खाते में गई हैं. 24 घंटे के बाद भी जारी वोटों की गिनती में अभी भी बीजेपी 2, कांग्रेस 3 और बसपा 1 सीट पर चल रही है. राज्य में लंबे इंतजार के बाद कांग्रेस की मजबूत स्थिति को देखने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने सरकार बनाने का दावा किया है. उन्होंने मंगलवार देर रात भोपाल में एक प्रेस कांफ्रेंस कर दावा किया कि उनकी पार्टी बहुमत के आसानी से हासिल कर लेगी. उन्होंने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को पत्र लिखकर उनसे मिलने का समय भी मांगा है.