भारत के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाने की पहल का दावा करने वाले पाक पीएम इमरान खान का दोहरा रवैया उस वक्त सामने आया जब उन्होंने कहा कि उनका देश जम्मू-कश्मीर के लोगों को कूटनीतिक, राजनीतिक एवं नैतिक समर्थन देना जारी रखेगा। हर साल 10 दिसंबर को मनाए जाने वाले मानवाधिकार दिवस पर अपने संदेश में खान ने यह टिप्पणी की।
70 साल पहले आज ही के दिन मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा को मानवाधिकार दिवस के रूप में स्वीकार किया गया था। खान ने कहा, मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा की 70वीं वर्षगांठ पर, मानवीय गरिमा, सम्मान एवं आत्मनिर्भरता के अपरिहार्य अधिकार के लिए जम्मू-कश्मीर के लोगों के न्यायोचित संघर्ष में हम अपने पूर्ण कूटनीतिक, राजनीतिक एवं नैतिक समर्थन की पुन: पुष्टि करते हैं। उन्होंने कहा कि यह साल पाक के लिए इस लिहाज से भी अहम है क्योंकि वह अब संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद का सदस्य है।