लखनऊ : प्रदेश के विभिन्न जनपदों में चल रहे खेल अवस्थापनाओं का समुचित उपयोग किया जाए जबकि निर्माणाधीन कार्यो का प्रतिदिन निरीक्षण किया जाए। इसके साथ ही जिन जनपदों में अवस्थापनाओं का निर्माण पूरा हो चुका है वहां प्रभारी अधिकारी गुणवत्ता समिति से जांच कराने के बाद ही हस्तांतरण की कार्यवाही करें। यह निर्देश बात प्रदेश सरकार के खेल व युवा कल्याण मंत्री चेतन चौहान ने खेल विभाग के मण्डल एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों की विभागीय समीक्षा बैठक में दिए।
खेल विभाग की समीक्षा बैठक में निर्माण कार्यो में गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश केडी सिंह बाबू स्टेडियम के मीटिंग हाल में आयोजित इस बैठक में क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी, प्रयागराज, आजमगढ़, फैजाबाद, गोरखपुर, मेरठ एवं प्रभारी क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी मुरादाबाद व गोण्डा द्वारा गत नवम्बर में निर्धारित मानक के अनुसार मण्डल के अधीनस्थ जनपदों का निरीक्षण न करने पर सख्त रूख अख्तियार करते हुए खेल मंत्री ने सम्बन्धित अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा।
इसी के साथ आजमगढ़ की क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी श्रीमती मुद्रिका पाठक द्वारा तीन माह पूर्व मऊ व एक साल पहले बलिया का निरीक्षण करने और प्रयागराज की क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी चंचल मिश्रा द्वारा सात माह से अपने मंडल के अधीनस्थ किसी भी जनपद का निरीक्षण न करने की जानकारी मिलने पर इस स्थिति को गलत बताया। खेल मंत्री ने इन अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए। बरेली के क्रीड़ाधिकारी लक्ष्मीशंकर सिंह एवं उरई जालौन के क्रीड़ाधिकारी रईस अख्तर बिना अवकाश स्वीकृति के बैठक से थे से स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश दिया।
कम राजस्व वसूली पर मांगा गया स्पष्टीकरण
इसी के साथ जनपद बहराईच, सहारनपुर, बिजनौर, महमूदाबाद (सीतापुर) एवं बस्ती में विगत वर्ष की अपेक्षा राजस्व प्राप्ति में कमी मिलने पर संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया। वहीं जिला खेलकूद प्रोत्साहन समिति की समीक्षा के दौरान कानपुर नगर, बहराइच, प्रयागराज, मथुरा एवं हरदोई में कम धनराशि मिलने पर संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया।
निर्धारित प्रतियोगिताओ का आयोजन सुनिश्चित हो : आरपी सिंह
इस दौरान खेल निदेशक डा.आरपी सिंह ने कहा कि खेल निदेशालय द्वारा निर्धारित प्रतियोगिताओं का आयोजन सुनिश्चित किया जाय। यदि कोई अधिकारी निर्धारित प्रतियोगिताओं का आयोजन समय से नहीं कराता है तो संबंधित अधिकारी के विरुद्ध सख्त कार्यवाही होगी। खेल निदेशक ने गोण्डा में तैनात एथलेटिक्स कोच अशोक सोनकर के प्रशिक्षण शिविर में मानक से कम प्रशिक्षार्थी मिलने और अयोध्या में हाकी और कानपुर देहात में बाक्सिंग के अंशकालिक प्रशिक्षण शिविर में आख्या न मिलने पर संबंधित जनपद के मंडलीय अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया। उन्होंने नेशनल स्पोट्र्स डेवलपमेन्ट फंड की गाइड लाइंस का प्रसार करने के साथ क्रीड़ाधिकारियों व उप क्र्रीड़ाधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि अपन जनपद के स्थानीय विद्यालयों में खेलवार बालक व बालिकाओं को प्रशिक्षण दे और प्रशिक्षण आख्या भी निदेशालय को उपलब्ध कराएं।
इस बैठक में विनीत प्रकाश (उप सचिव, खेल), सुरभि सिंह (अनुभाग अधिकारी, खेल), अनिल कुमार बनौधा (संयुक्त खेल निदेशक), आरएनसिंह (उप खेल निदेशक), एसएस मिश्रा (उप खेल निदेशक) एवं सुनील कुमार शर्मा (वित्त एवं लेखाधिकारी, खेल निदेशालय) एवं क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी, क्रीड़ाधिकारी व उप क्रीड़ाधिकारी उपस्थित थे।