भोपालः मध्य प्रदेश सहित देश के सभी पांच राज्यों में मतदान के बाद अब मतगणना की तैयारी शुरू हो गई है. ऐसे में विपक्षी पार्टी के बार-बार निर्वाचन आयोग और भाजपा सरकार पर ईवीएम से छेड़खानी और स्ट्रॉन्ग रूम में वाईफाई चलाने का आरोप लगाया है. जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने किसी भी तरह के आरोप-प्रत्यारोप से बचने के लिए काउंटिंग हॉल में वोटों की गिनती के दौरान काउंटिंग हॉल में वेबकास्टिंग के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. इसके साथ ही मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि स्ट्रॉन्ग रूम में वाईफाई का इस्तेमाल भी प्रतिबंधित होगा. मतगणना के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी से बचने के लिए सभी काउंटिंग हॉल में सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए जा चुके हैं.
बता दें स्ट्रॉन्ग रूम के आस-पास वाईफाई के इस्तेमाल को लेकर रविवार को विपक्षी नेता ने ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने स्ट्रॉन्ग रूम क्षेत्र के आसपास वाईफाई के इस्तेमाल को लेकर ध्यान आकर्षित किया था. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि ‘इंदौर और अन्य कुछ जगहों पर स्ट्रॉन्ग रूम के आस-पास वाईफाई चल रहा है. इस तरह से वाईफाई का चलना मतगणना में निष्पक्षता पर संदेह खड़ा करता है. इस समय पर क्या इंटनेट का इस्तेमाल जरूरी है. क्या इससे ईवीएम चिप तक आसानी से पहुंचा जा सकता है ? यह एक बेहद गंभीर मामला है.’
इसके लिए केंद्र में आने-जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जांच की जाएगी और पहचान पत्र दिखाने के बाद ही अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी. मतगणना केंद्र में किसी भी कर्मचारी को मोबाइल अंदर लेकर जाने की अनुमति नहीं होगी. प्रेक्षक के अलावा यहां रिटर्निंग और सहायक रिटर्निंग ऑफिसर ही मोबाइल ले जा सकेंगे. इसके अलावा केंद्र के अंदर किसी भी तरह से इंटरनेट के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध होगा.