तीन महीने की बच्ची को छोड़कर पत्नी के मायके जाने से परेशान युवक ने गुरुवार शाम फांसी लगा ली। युवक की मां ने उसे बेटी के लिए दूध गरम करने को बोला था। युवक के कमरे से आवाज नहीं आने पर छोटा भाई उसे देखने गया, तो घटना का पता चला। बेटी के दिल में सुराख होने की जानकारी लगने के बाद उसकी मां उसे छोड़कर मायके चली गई।
एरोड्रम पुलिस के अनुसार मृतक राजेश (28) पिता छोटेलाल गोरिया निवासी जयश्री नगर है। टीआई अशोक पाटीदार ने बताया कि राजेश कपड़ों में कढ़ाई-बुनाई का काम करता था। वह अपने माता-पिता, पत्नी राजकुमारी और दोनों छोटे भाई अजय और प्रदीप के साथ रहता था। गुरुवार शाम करीब 4.30 बजे उसने घर में पीछे बने कमरे में जाकर पत्नी की साड़ी से गले में फंदा कसकर आत्महत्या कर ली।
एएसआई एसपी मिश्रा ने बताया कि राजेश ने करीब दो साल पहले पत्नी राजकुमारी निवासी राजगढ़ से लव मैरिज की थी। युवती को भगा कर शादी करने की वजह से उसके खिलाफ अपहरण का केस दर्ज हुआ था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया था। वह करीब डेढ़ साल तक जेल में रहा।
युवती के परिजन से समझौता होने के बाद दिसंबर 2017 में जेल से छूटा था। राजेश के भाई अजय ने बताया कि 20 नवंबर को भाभी अपनी तीन महीने के बेटी विशाखा को छोड़कर मायके चली गई। भाई ने कई बार अपने ससुराल वालों से फोन पर पत्नी को वापस भेजने के लिए बोला था। भाई ने बताया था कि उसका ससुर भाभी को वापस भेजने के लिए दो लाख रुपए की मांग कर रहा है। रुपयों की वजह से भाई कई दिनों से मानसिक तौर पर परेशान चल रहा था।
बेटी के लिए दूध गरम करने के लिए पिता को कहा था
अजय ने बताया कि पिता और छोटा भाई सुबह अपने-अपने काम पर चले गए थे। घर पर भाई (राजेश) मां केसरबाई और भतीजी थी। शाम को मां भतीजी के लिए दूध लेने गई थी। लौटने के बाद किचन में दूध रखकर भाई को गरम करने के लिए कहा था। इसी दौरान वह भी अपने काम से लौट आया था। कुछ देर तक भाई की आवाज नहीं आने पर मां ने उसे कमरे में जाकर देखने के लिए बोला।
वह भाई के कमरे में गया तो घटना का पता चला। इसके बाद उसने पुलिस और बाकी परिजन को सूचना दी। पुलिस ने राजेश का मोबाइल जब्त कर लिया है। शुक्रवार को पुलिस उसका पीएम कराएगी।