अमेरिका ने रूस के खिलाफ यूक्रेन के प्रति समर्थन दिखाने के लिए एक निगरानी विमान कीव भेजा है. अमेरिका ने यह कदम हाल ही में अजोव सागर में रूस की ओर से यूक्रेन के तीन नौसैन्य पोतों पर कब्जे और 24 नाविकों को हिरासत में लेने के बाद उठाया है. अमेरिकी अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी है.
पिछले महीने 25 नवंबर को हुई इस घटना के चलते 2014 में शुरू हुए क्रीमिया संकट के बाद पहली बार रूस और यूक्रेन आमने-सामने आ गए थे. पेंटागन की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “अमेरिका और उसके सहयोगियों के एक विमान ने आज मुक्त आकाश संधि (ओपन स्काईज ट्रीटी) के तहत एक असाधारण उड़ान भरी, जिसका मकसद यूक्रेन और दूसरे साथी देशों से किए गए वादों को निभाना था.’’
इसने कहा कि यूक्रेन की सेना ने इस उड़ान के लिये अनुरोध किया था जिसके लिये ओसी-135 विमान भेजा गया. अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, रोमानिया और यूक्रेन इसकी निगरानी कर रहे थे. पेंटागन ने कहा है कि काला सागर में कर्च स्ट्रेट के नजदीक रूस का यूक्रेनी पोतों पर बेवजह हमला उकसावे को बढ़ावा देने वाली गतिविधि है.