लखनऊ : राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ.मसूद अहमद ने गुरुवार को कहा कि नकारात्मक राजनीति से देश में भय का वातावरण है। जिन लोगों के हाथों में सत्ता है वह अंग्रेजों की तरह समाज को बांटकर राज करना चाहते हैं लेकिन रालोद इन चुनौतियों से डरने वाला नहीं है। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के 63वें परिनिर्वाण दिवस डॉ. मसूद अहमद और राष्ट्रीय महासचिव शिवकरन सिंह के साथ राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने प्रदेश मुख्यालय से कार्यकर्ताओं के साथ पैदल मार्च कर हजरतगंज स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा पर भावभीनी श्रद्वांजलि अर्पित की। इसके बाद पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित संगोष्ठी में कार्यकर्ताओं को संविधान संवैधानिक मूल्यों की रक्षा, प्रगतिवादी स्वरूप को अक्षुण बनाये रखने, समाज में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने, संविधान के पंथ निरपेक्ष स्वरूप को बचाये रखने व देश की बहु संस्कृतिवादी परम्परा को आगे बढ़ाते हुये सामाजिक समरसता व भाईचारे को बनाये रखने की शपथ दिलायी।
गोष्ठी को सम्बोधित करते हुये राष्ट्रीय महासचिव शिवकरन सिंह ने कहा कि बाबा साहेब समरसता और पंथ निरपेक्षता के पक्षधर थे, लेकिन आज कुछ ताकतें देश और समाज को बांटने के लिए चुनौतियां प्रस्तुत कर रही हैं। इसलिए संविधान की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहना है। राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा कि देश संवधिान में असीम आस्था और विश्वास रखता है। संविधान की सबसे बड़ी खूबी उसकी पंथ निरपेक्ष स्वरूप एवं लोकतांत्रिक व्यवस्था में है। इसलिए लोकतंत्र संविधान व स्वतंत्रता संग्राम के मूल्यों की रक्षा के लिए रालोद ने लोगों की आवाज बुलंद करने की ठानी है। बाबा साहेब के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर पूर्व विधायक अशफाक अली खान, पूर्व राज्यमंत्री मनवीर सिंह चिकारा, प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी, प्रदेश मीडिया प्रभारी जावेद अहमद, प्रो. यज्ञदत्त शुक्ल, युवा रालोद के प्रदेश अध्यक्ष अम्बुज पटेल, जिलाध्यक्ष शत्रोहन लाल रावत के साथ पार्टी के कई नेता और तमाम कार्यकर्ता मौजूद थे।