रुद्रप्रयाग: पूर्व सीएम हरीश रावत केदारनाथ पहुंचे और वहां तीर्थ पुरोहितों समेत स्थानीय लोगों के साथ बाचतीत की। उन्होंने केदारपुरी में चल रहे निर्माण कार्यों पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस तरह से मंदिर परिसर को चौड़ा किया गया है, उससे मंदिर की भव्यता प्रभावित हो रही है। उन्होंने केदारपुरी में अनावश्यक छेड़छाड़ कर कार्य करने का आरोप भी लगाया।
पूर्व सीएम हरीश रावत, राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा व केदारनाथ विधायक मनोज रावत के साथ करीब ढाई बजे बर्फबारी के बीच पैदल केदारनाथ पहुंचे। यहां पहुंचने पर उन्होंने तीर्थ पुरोहितों व स्थानीय व्यापारियों के साथ केदारनाथ में चल रहे निर्माण कार्यों को लेकर चर्चा की। इसके बाद मंदिर परिसर से कुछ दूरी पर उन्होंने एक सभा को भी संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह मंदिर परिसर और मंदिर के ठीक सामने पैदल मार्ग की चौड़ाई अनावश्यक रूप से बढ़ाई गई है, उससे मंदिर की भव्यता प्रभावित हो रही है।
उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में उन्होंने यहां जो भी कार्य किए, वह जनता से पूछ कर ही किए। तीर्थ पुरोहितों व आपदा पीड़ितों के लिए उन्होंने नियम से हट कर भी कार्य किए। लेकिन, वर्तमान में जिस तरह बिना पूछे कार्य हो रहे हैं, उससे सरकार की मंशा पर सवाल उठते हैं। उन्होंने धार्मिक स्थल पर राजनीति करने को भी गलत बताया। उनका कहना है कि इससे धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं।