राम नाईक ने किया लखनऊ महोत्सव का औपचारिक समापन
लखनऊ : लखनऊ महोत्सव के औपचारिक समापन के अवसर पर आज उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने घोषणा की कि महोत्सव दर्शकों, व्यापारियों एवं ग्राहकों की मांग पर 9 दिसम्बर तक बढ़ा दिया गया है। उल्लेखनीय है कि लखनऊ महोत्सव का आयोजन 25 नवम्बर से 5 दिसम्बर, 2018 तक किया गया था। राज्यपाल ने कहा कि पूरे भारत में अनेक शहर देखे हैं पर लखनऊ जैसा शहर कहीं नहीं देखा। लखनऊ की अपनी खास संस्कृति है। यहाँ हिन्दू-मुस्लिम, पुरूष-महिला सब आपसी सद्भाव से रहते हैं। उन्होंने कहा कि वे 5वीं बार लखनऊ महोत्सव के समापन समारोह में आये हैं पर इस बार का नजारा कुछ और है।
इस बार का महोत्सव ‘अटल संस्कृति अटल विरासत’ के नाम पर लखनऊ के लोकप्रिय सांसद एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित है। महोत्सव में अटल दीर्घा एवं अटल ग्राम विशेष आकर्षण का केन्द्र हैं। राज्यपाल ने कहा कि लखनऊ में अटलजी के द्वारा किये गये काम को देखकर काम करने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल का कार्यकाल पांच वर्ष का होता है। उनके कार्यकाल के 4 वर्ष 4 माह पूरे हो गये हैं। कार्यकाल पूरा होने के बाद भी अगले वर्ष यदि लखनऊ महोत्सव में उन्हें बुलाया जायेगा तो वे अवश्य आयेंगे।
राज्यपाल ने समापन समारोह में महोत्सव को सफल बनाने के लिये अपना योगदान देने वाले मण्डलायुक्त अनिल गर्ग, पुलिस उपमहानिरीक्षक सुजीत पाण्डेय, जिलाधिकारी कौशल राज, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी, जिला प्रशासन एवं नगर निगम के अधिकारियों सहित अन्य सहयोग करने वालों को प्रमाण-पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव हेमन्त राव, मण्डलायुक्त अनिल गर्ग, पुलिस उपमहानिरीक्षक सुजीत पाण्डेय, जिलाधिकारी कौशल राज, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी मंच पर उपस्थित थे। राज्यपाल ने समारोह में महोत्सव की स्मारिका ‘उर्मिला 2018’ का विमोचन भी किया। राज्यपाल ने महोत्सव में नगाड़े पर थाप देकर नगाड़े वालों का उत्साहवर्धन भी किया। जिलाधिकारी कौशल राज ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा मण्डलायुक्त श्री अनिल गर्ग ने धन्यवाद ज्ञापित किया।