आपने फलों व सब्जियों पर आपने अकसर ओके टेस्टेड, गुड क्वालिटी जैसे स्टिकर लगे देखे होंगे। आप स्टिकर लगे फलाें और सब्जियों को बेहतर क्वालिटी समझते होंगे। लेकिन, यह कितना नुकसान होता है यह जानकार कर आपके होश उड़ जाएंगे। स्टिकर में लगी गोंद में हानिकारक केमिकल होते हैं। सूरज की गर्मी या रोशनी में आकर यह गोंद फलों-सब्जियों में रिस जाती है जो सेहत के लिए बेहद हानिकारक है। स्टिकर को हटाकर भी इन फलों व सब्जियों को खाना घातक होता है। इससे व्यक्ति कई बीमारियों की चपेट में आ सकता है। ऐसे में पंजाब सरकार ने अहम कदम उठाया है।
पंजाब के खाद्य सुरक्षा विभाग ने अब फलों और सब्जियों पर किसी तरह का स्टिकर लगाने पर रोक लगा दी है। ये स्टिकर ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए लगाए जाते हैं। इनकी गोंद में सरफेकटेंट्स जैसे पदार्थ व अन्य जहरीले तत्व मौजूद होते हैं। सूरज की गर्मी से फल इस गोंद के केमिकल को सोख लेते हैं।
राज्य फूड सेफ्टी कमिश्नर काहन सिंह पन्नू ने रोक के आदेश के साथ एडवाइजरी भी जारी की है कि मंडियों व अन्य दुकानों पर ऐसे फलों-सब्जियों की बिक्री न की जाए। सुपर मार्केट आदि में कीमत व बारकोड की जानकारी देने के लिए अगर स्टिकर लगाना जरूरी है, तो इसे फलों- सब्जियों के ऊपर न लगाकर पैकिंग या अलग प्लास्टिक की परत पर लगाया जाए। इसकी स्याही फूड ग्रेड की होनी चाहिए और यह फल या सब्जी में संचारित नहीं होनी चाहिए। लोग ऐसे फलों या सब्जियों का इस्तेमाल करते हुए स्टिकर वाले हिस्से की परत को काट कर हटा दें।