बुलंदशहर : बुलंदशहर के स्याना थाना क्षेत्र में गोकशी के बाद भड़की हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह को उनके साथी पुलिसकर्मी ही अकेला छोड़कर भाग निकले थे। मेरठ रेंज के आईजी की अध्यक्षता में गठित हुई एसआईटी इस बात की भी जांच करेगी। पुलिस सूत्रों का कहना है कि बुलंदशहर में गोकशी के बाद हुए बवाल में हमलावर भीड़ ने पुलिसकर्मियों को चारों ओर से घेर लिया था। यह देखकर अन्य पुलिसकर्मी इंस्पेक्टर को अकेला छोड़कर भाग निकले और इंस्पेक्टर अकेले भीड़ के हत्थे चढ़ गए।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि इंस्पेक्टर ने अपनी सरकारी पिस्टल से फायरिंग की। इसके बाद ही भीड़ ने इंस्पेक्टर पर ईंटों से हमला बोला और सरकारी पिस्टल लूट ली। बाद में एक युवक ने इंस्पेक्टर के सिर में गोली मार दी। इंस्पेक्टर के परिजनों का कहना है कि अगर पुलिसकर्मी उन्हें अकेला छोड़कर नहीं भागते तो इंस्पेक्टर की जान बच सकती थी। मुख्यमंत्री ने एडीजी इंटेलीजेंस एसवी शिरोडकर को 48 घंटे में जांच रिपोर्ट देने को कहा है जबकि इस घटना की गहन जांच के लिए मेरठ रेंज के आईजी रामकुमार वर्मा की अध्यक्षता में चार सदस्यीय एसआईटी टीम का गठन किया गया है।