मुख्यमंत्री से मिला नेपाल मीडिया का 7 सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल
लखनऊ : प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेपाल और भारत के प्रगाढ़ सांस्कृतिक सम्बन्धों की चर्चा करते हुए कहा है कि वे आगामी 12 दिसम्बर को श्रीराम और माता जानकी विवाह पंचमी के अवसर पर जनकपुर जाएंगे। यह उनकी सांस्कृतिक यात्रा होगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 4-लेन राम-जानकी मार्ग पर कार्य प्रारम्भ हो चुका है। इस मार्ग के निर्मित हो जाने से परिवहन और आवागमन की सुविधा बढ़ेगी। भविष्य में अयोध्या और जनकपुर के सम्बन्ध में ट्विन सिटी एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री रविवार को यहां अपने सरकारी आवास पर नेपाल मीडिया के 7-सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल से वार्ता के दौरान अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अयोध्या-जनकपुर सीधी बस सेवा प्रारम्भ की जा चुकी है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत-नेपाल सम्बन्धों को नया आयाम दिया है। उन्होंने कहा कि राम-जानकी मार्ग से दोनों राष्ट्रों के सम्बन्धों को और मजबूती मिलेगी। अयोध्या-जनकपुर धाम सेवा तथा राम-जानकी मार्ग से विकास की नई यात्रा आरम्भ होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नेपाल और भारत के सांस्कृतिक व आध्यात्मिक सम्बन्ध पौराणिक समय से चले आ रहे हैं, जो भविष्य में और मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि राम-जानकी मार्ग और बस सेवा के जरिए श्रद्धालु भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या धाम तथा माता जानकी की जन्मस्थली जनकपुर धाम के बीच की दूरी को सरलता और सुविधापूर्ण ढंग से तय कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि अयोध्या और जनकपुर के धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए दोनों ही देशों में इन स्थानों के प्रति विशेष आदर व सम्मान है। यह हमारी विरासत के प्रतीक हैं। महाराजा दशरथ और राजा जनक का अटूट सम्बन्ध था। उसी प्रकार अयोध्या का जनकपुर और काठमाण्डू का काशी के साथ अटूट सम्बन्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में पिछले 2 वर्षाें से दीपोत्सव का भव्य और दिव्य आयोजन किया जा रहा है। अयोध्या के विकास एवं सौन्दर्यीकरण की अनेक योजनाएं संचालित की गई हैं। उन्होंने गत 6 नवम्बर, 2018 को दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला श्रीमती किमजोंग-सुक के साथ एक विशाल प्रतिनिधिमण्डल के दीपोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने की चर्चा करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम को अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता मिली है। प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत-नेपाल के सम्बन्ध प्राचीन काल से हैं। राज्य सरकार के प्रयासों से इन सम्बन्धों को और मजबूती मिलेगी। मीडिया के प्रतिनिधिमण्डल में अनिल मिश्रा, ईश्वर चन्द्र झा, वीरेन्द्र रमण, नित्यानन्द मण्डल, संतोष सिंह, पूरन गुप्ता और बृजेश यादव शामिल थे। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव सूचना एवं पर्यटन श्री अवनीश कुमार अवस्थी, सूचना निदेशक शिशिर तथा अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक वाई0पी0 सिंह मौजूद थे।