स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत दिये जाएंगे 50-50 करोड़ रुपये
लखनऊ : राज्य सरकार शहरों में जल्द ही एसी इलेक्ट्रिक सिटी बसें चलाने जा रही है। पहले चरण में चुनिंदा शहरों में इलेक्ट्रिक सिटी बसें चलाई जाएंगी। इसके बाद धीरे-धीरे अन्य शहरों में चलाया जाएगा। नगर विकास विभाग जल्द ही कैबिनेट मंजूरी के लिए प्रस्ताव रखने की तैयारी कर रहा है। कुंभ से पहले इलाहाबाद व वाराणसी में इन बसों को चलाने की योजना है। राज्य सरकार शहरों में बढ़ते प्रदूषण को लेकर चिंतित है। इसीलिए इलेक्ट्रिक सिटी बसें चलाने की योजना पर काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष नगर विकास विभाग ने इस संबंध में विस्तृत योजना का प्रस्तुतीकरण किया था। उन्होंने इस पर सहमति जता दी है। नगर विकास विभाग अब जल्द ही इस प्रस्ताव को कैबिनेट मंजूरी के लिए रखेगा।
पहले चरण में प्रमुख शहरों लखनऊ, कानपुर, आगरा, प्रयागराज, गाजियाबाद, गोरखपुर व वाराणसी में नई एसी इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। इन शहरों में आधुनिक तरीके से बस शेल्टर बनाए जाएंगे। शेल्टर में ई-टायलेट की सुविधा भी दी जाएगी, जिससे लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सके। इसके साथ ही अन्य बेहतर सुविधाएं देने की योजना है।
इलेक्ट्रिक सिटी बसें चलाने वाले शहरों को स्मार्ट सिटी परियोजना में इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के लिए 50-50 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। इससे इन सिटी बसों को चलाने और उसे चार्ज करने की व्यवस्था की जाएगी। इलेक्ट्रिक सिटी बसों के खरीदने की प्रक्रिया कैबिनेट मंजूरी के बाद शुरू कर दी जाए। इसके साथ ही लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ, आगरा व मथुरा में पूर्व में चल रही सिटी बसों से हुए घाटे से उबरने का फार्मूला भी नए तरीके खोजा जा रहा है।