लखनऊ : सहारनपुर में पुल गिरने की घटना की जांच तीन सदस्यीय कमेटी को सौंपी गयी है। कमेटी में मुरादाबाद और मेरठ के पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंताओं के अलावा मुख्यालय के अधीक्षण अभियंता-31 को रखा गया है। यह कमेटी सप्ताह भर में अपनी रिपोर्ट देगी। माना जा रहा है कि इस घटना में जांच के बाद कई इंजीनियरों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। गौरतलब है कि इससे पहले मई में वाराणसी में भी फ्लाईओवर हादसे में कई लोगों की जान चली गई थी।
उल्लेखनीय है कि सहारनपुर में 27 नवंबर को पुलखुमरान पर पुल गिरने से दो लोगों की मौत पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने कड़ा रुख अपनाया है। प्रदेश सरकार के साथ-साथ पीडब्ल्यूडी को नोटिस भेजकर मामले की रिपोर्ट तलब की है। करीब 12 मीटर लंबा यह पुल एक नाले पर बनाया जा रहा था। आयोग ने पीडब्ल्यूडी और शासन से पूछा है कि पुल गिरने के पीछे क्या कारण और परिस्थितियां हैं। इसके लिए समुचित सुरक्षा उपाय क्यों नहीं अपनाए गए।
बताते हैं कि पुलखुमरान में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया। पुल के लिए बनाया गया लोहे का जाल बिना किसी एहतियात के खड़ा कर दिया गया, जिसकी चपेट में आने से दो लोगों की जान चली गईं। पीडब्ल्यूडी के एचओडी वीके सिंह ने बताया कि मामले की जांच के लिए मेरठ के चीफ इंजीनियर राजपाल सिंह, मुरादाबाद के चीफ इंजीनियर एके गुप्ता और हेड क्वार्टर के अधीक्षण अभियंता (ब्रिज) विनोद कुमार श्रीवास्तव की कमेटी बनाई गई है। जांच के बाद घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।