इनवेस्टमेंट पर हर कोई ज्यादा से ज्यादा रिटर्न के साथ ही सेफ्टी चाहता है. इसके अलावा अगर आपकी आमदनी इनकम टैक्स के दायरे में आती है तो आप यह भी चाहते हैं कि मेरा इनवेस्टमेंट टैक्स सेविंग में भी मददगार हो. 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर की तिमाही के लिए केंद्र सरकार ने इन योजनाओं की ब्याज दरों में बढ़ोतरी भी की है. आपको बता दें पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), 5 साल की पोस्ट ऑफिस डिपॉजिट स्कीम, नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC), सुकन्या समृद्धि योजना और सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) की ब्याज दर में बढ़ोतरी की गई है. ये सभी स्कीम टैक्स बचाने में मददगार हैं. आगे पढ़िए ऐसी ही 5 योजनाओं के बारे में जो आपको फ्यूचर प्लानिंग में मदद करने के साथ ही अच्छा रिटर्न भी देती हैं.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी PPF
ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बाद अब PPF पर 8 फीसदी सालाना का ब्याज मिल रहा है. यह पिछली तिमाही मिलने वाले 7.6% से अधिक है. टैक्स के लाभ की बात करें तो इस पर EEE लागू होता है. मतलब निवेश की जाने वाली राशि, अर्जित ब्याज और 15 साल बाद मैच्योरिटी पर मिलने वाले पैसे बिल्कुल टैक्स-फ्री होते हैं. आप इसमें निवेश कर धारा 80सी के तहत 1.50 लाख रुपये तक के निवेश पर डिडक्शन का लाभ पा सकते हैं.
सुकन्या समृद्धि योजना
पोस्ट ऑफिस के अलावा आप अपनी बिटिया के नाम से सुकन्या समृद्धि योजना का खाता बैंकों की चुनिंदा शाखाओं में भी खुलवा सकते हैं. सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर 8.1 फीसदी से बढ़ाकर 8.5 फीसदी कर दी गई है. इस पर भी आपको EEE का लाभ टैक्स में मिलता है. इसमें आप सालाना 1.50 लाख रुपये तक का निवेश का आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत आयकर में कटौती का लाभ मिलता है. यह खाता आप 250 रुपये जितनी कम राशि से भी खुलवा सकते हैं.
5 साल की पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम
5 साल के पोस्ट ऑफिस डिपॉजिट स्कीम पर आप अयाकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर डिडक्शन का लाभ पा सकते हैं. यह बिल्कुल बैंकों के 5 साल के एफडी की तरह है. हालांकि, इस पर मिलने वाले ब्याज पर आपको टैक्स देना होता है. वर्तमान में इस पर आपको 7.8 फीसदी सालाना का ब्याज मिलेगा.
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट
पांच साल के NSC या नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट की ब्याज दरों में भी बढ़ोतरी की गई है. पहले इस पर 7.6 फीसदी का ब्याज मिलता था जो अब 8 फीसदी कर दिया गया है. दूसरे शब्दों में कहें तो अगर आप इसमें 100 रुपये का निवेश करते हैं तो यह पांच साल बाद 146.93 रुपये हो जाएंगे. आप इसमें जितना चाहे उतने रुपये का निवेश कर सकते हैं हालांकि निवेश की न्यूनतम राशि 100 रुपये है. धारा 80सी के तहत इसमें निवेश करने पर भी आपको 1.50 लाख रुपये तक की कटौती का लाभ मिलता है. हालांकि, मैच्योरिटी पर मिलने वाली ब्याज की राशि निवेश की कमाई में जुड़ जाती है और वह जिस स्लैब में आता है उस हिसाब से उस पर टैक्स देना होता है.
सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम या SCSS
सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम पर वर्तमान में 8.7 फीसदी सालाना का ब्याज मिलता है. इसकी मैच्योरिटी अवधि पांच साल है. हालांकि, कोई भी व्यक्ति इसमें 15 लाख रुपये से अधिक का निवेश नहीं कर सकता. इसमें 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर आपको धारा 80सी के तहत डिडक्शन का लाभ मिलता है. हालांकि, इससे मिलने वाले ब्याज पर टैक्स देना होता है. कोई भी व्यक्ति जिसकी उम्र 60 साल या इससे अधिक है वह यह अकाउंट खुलवा सकता है.