संयुक्त राष्ट्र ने शुक्रवार को अपनी शुरुआती जांच के बाद कहा कि अमेरिका द्वारा इसी सप्ताह अफगानिस्तान में तालिबान आतंकवादियों पर हमले में 23 नागरिकों की मौत हो गई है जिनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, “हेलमंद प्रांत में अफगानिस्तान और अमेरिकी सेना ने संयुक्त अभियान के तहत मंगलवार को एक परिसर में हमला किया था.” यूनाइटेड नेशंस असिस्टेंस मिशन इन अफगानिस्तान (उनामा) ने एक बयान में कहा कि हमले में लगभग 10 बच्चे और आठ महिलाओं की मौत हुई है.
तीन बच्चे घायल बताए जा रहे हैं. अमेरिकी सेना ने कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं. अफगानिस्तान में अमेरिका की अगुआई वाले नाटो मिशन ने कहा कि मंगलवार को गार्मसेर जिले में अमेरिका की सलाह से काम करने वाले अफगानिस्तानी सैनिकों और तालिबान आतंकवादियों में गोलीबारी के दौरान हैलीकॉप्टर से हमला किया गया था.
नाटो ने कहा कि आतंकवादी जिस इमारत में छिपे थे उसे उड़ा दिया गया और नाटो ने आरोप लगाया कि आतंकवादी अपने बचाव के लिए लगातार आम नागरिकों का उपयोग कर रहे हैं. नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर एक स्थानीय निवासी ने बीबीसी से कहा कि तालिबान लड़ाके वास्तव में अमेरिकी हमले में उड़ाई गई इमारत के पास थे.
उनामा ने इस वर्ष के पहले नौ महीनों में हवाई हमलों में 649 नागरिकों के मरने और घायल होने की रिपोर्ट दी है जो 2009 में व्यवस्थित रिकॉर्ड रखना शुरू होने के बाद सर्वाधिक है. अप्रैल में अमेरिका द्वारा प्रशिक्षित और अमेरिकी हथियारों से लैस अफगानी वायु सेना के हमले में कुंदुज प्रांत में एक दीक्षांत समारोह में 30 बच्चों की मौत हो गई थी.
अमेरिकी वायु सेना ने 2018 के पहले 10 महीनों में लगभग 6,000 हथियार जारी किए हैं जो 2017 के 4,361 और 2016 के 1,361 हथियारों से कहीं ज्यादा हैं. रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान में नागरिकों को सबसे ज्यादा नुकसान हालांकि अभी भी तालिबान और इस्लामिक स्टेट जैसे गैर सरकारी संगठनों के कारण होता है.