नई दिल्ली : केन्द्रीय पर्यटन राज्यमंत्री केजे अल्फोंस ने इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सिक्योरिटी एंड सेफ्टी मैनेजमेंट (आईआईएसएसएम) के 28वें सम्मेलन में दिल्ली के मानेकशॉ सेंटर में गुरुवार को कहा कि विश्व का मीडिया भारत के प्रति एक नस्लवादी सोच रखता है। भारत को एक असुरक्षित देश के तौर पर पेश करता है। उन्होंने कहा कि इसकी वजह से देश का पर्यटन उद्योग काफी प्रभावित हो रहा है। ऐसे में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए हमें इस छवि को बदलना होगा और इसके लिए हमें ज्यादा तादाद में सुरक्षा पेशेवरों की जरूरत होगी। केंद्रीय मंत्री अल्फोंस ने कहा कि भारत में पर्यटन की अपार संभावनायें हैं। वह स्वयं सरकार में नौकरशाह और अब एक नेता होते हुए भी अभी तक देश का एक प्रतिशत हिस्सा ही देख पाये हैं। हर साल लाखों पर्यटक देश में आते हैं। पर्यटन क्षेत्र 07 प्रतिशत की वार्षिक दर से बढ़ रहा है। वर्तमान में पर्यटन उद्योग में 84 लाख लोगों को रोजगार मिला है। हालांकि वह व्यक्तिगत तौर पर इस विकास से संतुष्ट नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि दुनियाभर में मीडिया भारत के प्रति एक नस्ली सोच रखता है। भारत में होने वाली घटनाओं को गलत तरीके से पेश किया जाता है और देश की छवि खराब करने की कोशिश की जाती है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में भारत से ज्यादा अपराधिक घटनायें होती हैं। देश की छवि को गलत तरह से उजागर करने के लिए विदेशी मीडिया के साथ भारतीय मीडिया का भी योगदान है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी छवि में सुधार के लिए व्यक्तिगत तौर पर भी बहुत कुछ करने की जरूरत है जिससे हमारी छवि और बेहतर हो। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देश में सुरक्षा और स्वच्छता दो प्रमुख मुद्दे हैं जिससे पर्यटन प्रभावित होता है। भारत सरकार दोनों दिशाओं में बेहतरीन कार्य कर रही है। भारत में निजी सुरक्षा के क्षेत्र में लगी एसआईएस-आईआईएसएसएम जैसी संस्था बहुत ही बेहतर कार्य कर रही है। इससे देश के अन्दर पहले से ज्यादा लोग अपने को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।