लखनऊ : किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले, उनकी समस्याओं का समाधान हों और देश में एक बार फिर ‘जय जवान जय किसान’ का नारा गूंजे, कुछ ऐसी ही मांगों को लेकर बीती 22 नवम्बर से भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या से उनके अनुज के नाम पर बसे लखनऊ के लिए निकली पद यात्रा गुरुवार को यहां पहुंचेगी। 125 किमी. लम्बी पदयात्रा करके राजधानी पहुंचने वाली इस पदयात्रा का समापन हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर होगा। इसके बाद किसानों की समस्याओं को उल्लेखित करते हुए ज्ञापन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक को सौंपा जायेगा।
समाजसेवी कृष्ण कुमार सिंह की परिकल्पना से आरम्भ हुई इस पद यात्रा को सर्वधर्म समभाव किसान पद यात्रा का नाम दिया गया था। अयोध्या के नया घाट से आरम्भ हुई इस यात्रा के बावत श्री सिंह कहते हैं कि आजादी के बाद से लेकर अब तक किसानों की स्थिति में कोई भी सुधार नहीं हुआ। उन्हें पहले भी अपनी उपज का सही मूल्य नहीं मिल पाता था और आज भी कमोबेष स्थिति वही है। यही वजह है कि किसान अब खेती को घाटे का व्यापार मान कर उससे मुंह मोड़ रहे हैं। वे कहते हैं कि यदि किसानों ने खेतीबारी बंद कर दी तो फिर लोग कौन सा अनाज और फल-सब्जी खायेंगे। अपनी पद यात्रा के बावत उन्होंने बताया कि इस यात्रा के दौरान रास्ते में पड़ने वाले सैकड़ों गांवों, कस्बों व तहसीलों में लोगों विषेषकर किसानों ने खासी रुचि दिखायी और अपना पूर्ण समर्थन दिया। श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर न सिर्फ उन्हें किसानों की समस्याओं से अवगत कराया जायेगा बल्कि सुझाव भी दिए जायेंगे ताकि धरती से किसान सोना उगा सके।