भोपाल : मप्र में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान का दौर जारी है। बड़ी संख्या में युवा मतदाता लोकतंत्र के महापर्व पर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए मतदान केन्द्रों पर पहुंच रहे है। इनके अलावा मतदान केन्द्रों पर एक ओर अनोखा नजारा देखने को मिल रहा है। मतदान केन्द्रों पर बड़ी संख्या में बुजुर्ग और दिव्यांग भी वोट डालने के लिए पहुंच रहे हैं। मतदान केंद्रों पर सुबह से वोट डालने के लिए बुजुर्ग भी पहुंच रहे हैैं। इसके अलावा काफी संख्या में दिव्यांग मतदाता भी मतदान करने के लिए पहुंच रहे हैं। छतरपुर की 105 साल की सबसे उम्रदराज महिला सरजू बाई ने सबसे पहले मतदान किया। बिजावर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बौंड़ा के मतदान केन्द्र क्रमांक 38 पर 105 साल की वयोवृद्ध महिला सरजूबाई तिवारी ने सबसे पहले अपना वोट डाला। निर्वाचन स्वीप से जुड़े रिटायर्ड इंजीनियर सीबी त्रिपाठी ने आज सुबह 7 बजे सरजू बाई के घर पहुंचकर उनसे आशीर्वाद लिया और शाल-श्रीफल, स्वीप कैप भेंटकर उनका सम्मान भी किया। वहीं ग्वालियर में दिव्यांग इलियास खान अपना वोट डालने बैसाखी के सहारे मतदान केन्द्र तक पहुंचे। वोट डालने के बाद इलियास ने कहा कि शारीरिक मजबूरी से ज्यादा वोट डालना जरूरी है।
अमरपाटन में पूर्व विधायक शिवमोहन सिंह (93 वर्ष) और उनकी पत्नी (91 वर्ष) ने भी अपना वोट डाला। दोनों विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ राजेंद्र कुमार सिंह के माता-पिता है। शिवमोहन सिंह अमरपाटन से कांग्रेस विधायक रह चुके हैं। अनूपपुर में भी 95 साल की महिला ने जोश दिखाते हुए मतदान के अधिकार का प्रयोग किया और वोट डालने पहुंची। ग्वालियर में भी ऐसा नजारा खूब देखने को मिला। ग्वालियर के किला गेट पर 95 साल की वृद्ध महिला अपने बेटे के साथ वोट डालने आई। ग्वालियर पूर्व विधानसभा के मतदान केंद्र पर 85 वर्षीय शीला अग्रवाल अपने पुत्र सीताराम के साथ मतदान करने पहुंची। ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के कुरावली गांव के निवासी राजीव प्रजापति रीड की हड्डी टूटने और पेशाब नली लगे होने के बावजूद बैसाखी के सहारे मतदान करने पहुंचे।