लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्णय कि सार्वजनिक रामलीला मैदानों के सुद्वढ़ीकरण,चहारदीवारी का निर्माण तथा मैदानी रामलीला की कार्ययोजना लाने के निर्णय की भूरि-भूरि प्रशंसा की है। प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने योगी सरकार के निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि रामलीला मैदानों की चाहरदीवारी बनाने को सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण बताया। योगी सरकार प्रदेश के सांसकृतिक विरासत के उत्थान के लिए प्रतिदिन नये आयाम छू रही है। डा0 मिश्र ने कहा कि भारत की पहचान उसकी धर्म और संस्कृति के कारण है।
योगी सरकार ने राजस्व अभिलेखों के आधार पर रामलीला मैदानों का चिन्हीकरण कर 6-8 फीट ऊँची चाहर दीवारी बनाने का निर्णय लिया है। रामलीला मैदान में प्रवेश द्वार का नाम अयोध्या, चित्रकूट, मिथिला, जनकपुरी तथा पचंवटी किये जाने के निर्णय की सराहना की है। मैदान में छोटे-छोट मन्च बनाये जायेंगे। कलाकारों के लिए गीनरूम, स्टोर तथा शौचालय की व्यवस्था की जायेगी। डा0 मिश्र ने कहा कि रामलीला मैदानों में पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति हेतु ट्रान्सफार्मर की भी व्यवस्था की जायेगी। योगी सरकार के प्रयास भगवान राम की लीलाओं का सजीव चित्रण है। रामलीला मैदान में वातावरण राम मय हो जाये, ऐसा प्रयास श्रीमान योगी जी की सरकार का है। डा0 मिश्र ने कहा कि देश-प्रदेश की जनता द्वारा योगी सरकार के इन निर्णयों का स्वागत करती है।