अक्सर पहला गेम हारने के बाद वापसी कर करते हैं उलटफेर
लखनऊ। सैयद मोदी बैडमिंटन टूर्नामेंट में साइना नेहवाल के हारने के बाद भारत की उम्मीदों का बोझ समीर वर्मा पर था जिस पर खरा उतरते हुए समीर वर्मा ने खिताबी जीत दर्ज की। समीर वर्मा ने इस मैच में लू ग्वांगझू को 21-16, 21-19, 21-4 से मात दी और अपने खिताब की रक्षा भी की। समीर ने जीत के बाद कहा कि लखनऊ हमेशा से मेरे लिए खास रहा है और यहां खिताब जीतना हमेशा ही अच्छा रहा है। इस टूर्नामेंट की खिताबी जीत आगे बहुत काम आने वाली है।
समीर अक्सर पहला गेम हारने के बाद शानदार वापसी करते हैं, क्या इसके पीछे उनकी खास रणनीति थी? इस पर समीर वर्मा ने कहा कि चीनी खिलाड़ी थोड़ा तेज खेल रहा था इस वजह से कंट्रोल नहीं कर सका लेकिन दूसरे और तीसरे गेम मैंने उसे काबू कर लिया था। समीर ने यह भी कहा कि पहला गेम हारने के बाद उन्होंने अपने खेल में कुछ बदलाव भी किया है। उन्होंने कहा कि जब प्रदर्शन अच्छा न हो आपके ऊपर दबाव बढ़ जाता है लेकिन दबाव में निखरना भी खेल का एक हिस्सा होता है। समीर को उम्मीद है कि यह जीत आने वाली प्रतियोगिता के लिए अच्छी साबित होगी।
भारतीय खिलाड़ियों के तीन फाइनल हारने से बढ़ गया था दबाव
समीर ने इसके साथ यह भी जोड़ा कि भारतीय खिलाड़ियों के तीन फाइनल हारने के चलते मुझ पर दबाव था। इस पर पहला गेम गंवाने के बाद मेरे ऊपर दबाव और बढ़ गया, लेकिन मैंने अंत तक संघर्ष करने का निर्णय लिया। वहीं मैने दूसरे गेम में चीनी खिलाड़ी लू ग्वांगझू पर चढ़कर खेलने की रणनीति अपनायी और जीत दर्ज करने में कामयाब रहा। हालांकि दूसरे गेम में एक-एक अंक के लिए लड़ाई लडऩी पड़ी। दूसरे गेम में बराबरी का मुकाबला हुआ, जिसमें मैं जीत दर्ज करने में सफल रहा। उन्होंने कहा कि तीसरे गेम में दर्शकों ने मेरा हर एक अंक पर उत्साह बढ़ाया, जो मेरे लिए टॉनिक की तरह काम कर गया।