प्रसपा (लोहिया) के संयोजक ने राजधानी लखनऊ में मार्च निकाल राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
लखनऊ : आज जबकि श्रीराम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर देशभर से हजारों साधु—संत और रामभक्त अयोध्या पहुंचे हैं और धर्मसभा करने में जुटे हुए हैं, ऐसे में प्रसपा (लोहिया) के संयोजक शिवपाल यादव ने कहा कि मंदिर का मामला कोर्ट में है, इसलिए विवादित स्थान को छोड़कर कहीं दूसरे जगह मंदिर बनायें। उन्होंने कहा कि सरकार के पास बहुत जमीन है, वह चाहे तो कहीं भी सरयू बना सकती है। मामलाा सुप्रीम कोर्ट में है, जो लोग सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने का इंतजार नहीं कर रहे हैं, वे सर्वोच्च न्यायालय की अवहेलना कर रहे हैं। शिवपाल ने कहा कि अयोध्या बंधुत्व व सहअस्तित्व के साथ रहने वाला शहर है। इसी कारण वहां आपसी कोई विवाद नहीं हुआ है। हमारी पार्टी ने राज्यपाल से मांग की है कि पूर्व अनुभव के आधार सरकार को यह निर्देश दे की सर्वोच्च न्यायाल की बनाई व्यवस्था को खराब ना करें। किसी भी कीमत पर न्यायाल के आदेश की अवहेलना नहीं होनी चाहिए। अगर राज्य व जिला प्रशासन मामले को संभाल ना पा रहें हों तो राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए।
अयोध्या में विहिप द्वारा आयोजित धर्मसभा के खिलाफ प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के संयोजक शिवपाल सिंह यादव ने रविवार को अपनी पार्टी कार्यालय से राजभवन तक मार्च निकाल राज्यपाल से भेंट कर अपना ज्ञापन प्रेषित किया। इस मौके पर शिवपाल ने कहा कि आश्चर्य है कि अयोध्या में धारा 144 के बावजूद भीड़ को एकत्र होने दिया जा रहा है। किसी भी कीमत पर विवादित भूमि पर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना नहीं होनी चाहिए। अगर राज्य व जिला प्रशासन स्थिति को नियंत्रित नहीं कर पा रहे हैं तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब मामला सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है तो कुछ संगठनों द्वारा देश व प्रदेश साम्प्रदायिक सद्भाव खराब करने का प्रयास हो रहा है। धारा 144 लगने के बावजूद भी वहां पर सभा होने के लिए शासन की मंशा पर सवाल खड़े होते हैं। इस मौके पर वीरपाल यादव, शारदा प्रताप शुक्ला, शदाब फातिमा, रामनरेश यादव, डा.सीपी राय, राजेश यादव, देवेन्द्र सिंह,राम सिंह, दीपक मिश्र, अभिषेक सिंह आशू समेत अनेक लोग मौजूद रहे।