नई दिल्ली : जब हौसले बुलंद हों तो कोई भी बाधा आपको सफलता से रोक नहीं सकती। कुछ इसी तरह भारत की स्टार महिला बॉक्सर मैरीकॉम ने छठी बार विश्व खिताब पर कब्जा जमाकर इतिहास रच दिया है। ‘सुपरमॉम’ के नाम से मशहूर एमसी मैरीकॉम ने 48 किग्रा भारवर्ग के फाइनल में युक्रेन की बॉक्सर हन्ना ओखोटा को हराया। गौरतलब है कि 10वें विमेंस वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप का आयोजन दिल्ली के केधी जाधव इंडूर स्टेडियम में हुआ और यह दूसरा मौका है जब मैरीकॉम ने देश के दर्शकों के सामने विश्व खिताबी पर कब्जा जमाया। इससे पहले 2010 में विमेंस वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप का आयोजन भारत में हुआ था और तब भी एमसी मैरीकॉम ने विश्व खिताब जीता था। एमसी मैरीकॉम ने विश्व चैम्पियनशिप में अपने छठे खिताबी जीत को देश को समर्पित किया है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘मैंने अपना कर्तव्य निभाया। मैं अपने कोचों और सहयोगी स्टाफ को धन्यवाद व्यक्त करती हूं।’
मैरी कॉम ने फाइनल में हन्ना ओखोटा को कोई मौका नहीं दिया और 5-0 से मात देते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। मैरी कॉम का यह कुल छठा विश्व चैम्पियनशिप खिताब है तो वहीं उन्होंने बॉक्सिंग विश्व चैम्पियनशिप में कुल 8वां पदक अपने नाम किया है। छठी बार विश्व खिताब जीतने के साथ ही मैरीकॉम ने आयरलैंड की कैटी टेलर को पछाड़कर सबसे अधिक बार विश्व चैम्पियनशिप जीतने वाली दुनिया की इकलौती महिला बॉक्सर बनने का गौरव हासिल कर लिया है।