लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का अयोध्या में सेना की तैनाती करने की मांग करना उनकी विकृत मानसिकता को दर्शाता है। सपा मुखिया का बयान साबित करता है कि वह राम भक्तों को दुश्मन मानते हैं। इतना ही नहीं अखिलेश यादव कभी भी पाकिस्तान विरोधी बयान नहीं देते। प्रदेश प्रवक्ता डा. चन्द्रमोहन ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सेना की कड़ी कार्रवाई पर ही वह हमेशा उंगली उठाते रहते हैं। यह दर्शाता है कि श्री यादव पाकिस्तान को अपना दोस्त मानते हैं और राम भक्तों को दुश्मन। अपराधियों की विचारधारा का संरक्षण करने वाली पार्टी सपा के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने रामभक्तों पर गोलियां बरसाई थीं।
प्रदेश प्रवक्ता डा.ॅ चन्द्रमोहन ने कहा कि अखिलेश यादव के नेतृत्व में तो पिछली सपा सरकार ने दंगों का वल्र्ड रिकार्ड बनाया था। सपा सरकार की अराजकता से निबटने के लिए सेना को भी पसीना बहाना पड़ा था। मुजफ्फरनगर में हुए दंगे सेना बुलानी पड़ गई थी। अयोध्या में रामभक्त शांतिपूर्वक कार्यक्रम कर रहे हैं लेकिन श्री यादव उन्हें अपराधी समझ रहे हैं। यह उनकी नासमझी है और इसी का खमियाजा वह विधानसभा चुनाव में भुगत चुके हैं। जनता, रामभक्तों का अपमान जरा भी बर्दाश्त नहीं करेगी और अगले लोकसभा चुनाव में श्री यादव को और भी बड़ी हार देगी।