न्यूयार्क के एक टॉयलेट में हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरों को देखकर सहरसा की अंकिता मिश्रा भौंचक रह गईं। उन्होंने संस्था हाउस ऑफ यस के खिलाफ ब्लॉग लिखकर इसका विरोध जताया। इसके बाद संस्था ने खेद प्रकट कर तस्वीरें हटाने का निर्णय लिया है।
नवहट्टा प्रखंड के चैनपुर निवासी डॉ. विनोद कुमार मिश्र की पुत्री अंकिता मिश्रा न्यूयार्क में रूबिन म्यूजियम ऑफ आर्ट में शिक्षिका हैं।
अंकिता ने इंस्टाग्राम पोस्ट और ब्राउन गर्ल नाम की एक साइट पर ब्लॉग में लिखा कि पिछले सप्ताह वह दोस्तों के साथ न्यूयॉर्क स्थित हाउस ऑफ यस नाइट क्लब गई थीं। वहां के वीआइपी टॉयलेट की दीवारों पर हिन्दू देवी-देवताओं गणेश, सरस्वती, काली और शिव की तस्वीरें देखकर मैं आहत हूं। उन्होंने मेल कर संस्था को बताया कि आपके इस कदम से हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंच रही है।
क्लब ने मांगी माफी, किया जाएगा रिडिजाइन
अंकिता मिश्रा की शिकायत के बाद हाउस ऑफ यस नाइट क्लब के सह-संस्थापक और क्रिएटिव डायरेक्टर के बर्क ने मेल पर इसके लिए माफी मांगी। बर्क ने लिखा कि टायॅलेट की दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं की पेंटिग्स बनाने की पूरी जिम्मेदारी मेरी है।
मैं क्षमा चाहता हूं कि हिंदू संस्कृति के इतिहास के बारे में पूरी तरह जानें बिना मैंने टॉयलेट में इस तरह की सजावट की। मुझे बहुत दुख है कि आपको हाउस ऑफ यस पब में अपनी संस्कृति के अपमान का अनुभव हुआ। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि जल्द से जल्द देवी-देवताओं की तस्वीरों को हटाया जाएगा।