वाराणसी : कार्तिक पूर्णिमा को प्रसिद्ध देव दीपावली के मौके पर भगवान भोलेनाथ की नगरी काशी देवताओं के स्वागत के लिए दीपों की रोशनी को जगमग हो रही। पूर्णिमा की रात में बनारस के सभी 84 घाटों सहित 36 कुंडों की रौनक अद्भुत नजारा पेश रहे थे। इस मौके पर शुक्रवार की देर शाम राजघाट पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गंगा के गले में चंद्रहार की तरह दीयों और रंगीन विद्वुत लतरों से सजे गंगा घाटों को देख अभिभूत नजर आये। निर्धारित समय से काफी विलम्ब से पहुंचे मुख्यमंत्री ने राजघाट पुल पर गंगा की लहरों पर पहली बार लेजर शो देखा। लेजर शो के जरिये मुख्यमंत्री काशी की समृद्ध संस्कृति और गंगाघाटों के ऐतिहासिक तथ्य से रूबरू हुए। आतिशबाजी के बीच लगभग 15 मिन्ट के लेजर शो में गंगा की उत्पति को दिखाया गया। लगभग 15-15 मिनट के अन्तराल में तीन लेजर शो के बाद मुख्यमंत्री सजे धजे कैलाश बजड़े में सवार होकर गंगा में देव दीपावली की अदृभुत नजारा देखने निकले।
गंगा किनारे की भवन-अट्टालिकाएं दुल्हन सी संवरीं तो सीढिय़ां रंगबिरंगी रोशनी से नहाई नजर आई। इस दौरान गंगा में बजड़े पर मौजूद नागरिक मुख्यमंत्री को देख हर-हर महादेव के परम्परागत उद्घोष से स्वागत करते रहे। मुख्यमंत्री गंगा में देव दीपावली का नजारा मणिकर्णिकाघाट स्थित सतुआ बाबा के आश्रम में पीठाधीश्वर महामडलेश्वर संतोष दास के साथ पहुंचे। देव दीपावली पर्व पर कैथी स्थित मार्कण्डेय महादेव घाट व गौरीशंकर महादेव घाट पर 51-51 हजार मिट्टी के दीप प्रज्वलित किये गये। कैथी स्थित मार्कंडेय महादेव घाट पर 51 हजार दीप जला कर मां गंगा की आरती कर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ भजन संध्या का आयोजन मां जाह्नवी प्रज्ञा सेवा समिति के तत्वावधान में किया गया। इस मौके पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और चंन्दौली के सांसद डा. महेंद्र नाथ पाण्डेय की खास उपस्थिति रही।