नई दिल्ली : मध्य जिले के करोलबाग के बीडनपुरा में कोट-पैंट पर प्रेस करने की अवैध वर्कशॉप में आग लगने के मामले में पुलिस ने मंगलवार को वर्कशॉप के मालिक अजय खुराना को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पुलिस ने मंगलवार को राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में आरती, आशा और रामनरेश के शवों का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिए हैं। परिवार के दिल्ली न आने की वजह से भगन राय के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है। बुधवार को परिवार के आने के बाद उसके शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
पुलिस के अनुसार वर्कशॉप के मालिक अजय खुराना ने दावा किया है कि अकेला वह ही वर्कशॉप का मालिक है जबकि सोमवार को हादसे के बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि पश्चिम विहार निवासी अजय व उसका भाई मोनू वर्कशॉप का मालिक है। पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर अजय से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसके भाई मोनू का वर्कशॉप से कोई लेना देना नहीं है। वह तो बस वहां वर्कशॉप की देखरेख के लिए आता था। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
पुलिस ने मंगलवार को हादसे के चश्मदीद और घायल कर्मचारी अजीत का बयान लिया। बयान में उसने केमिकल में अचानक आग लगने को ही हादसे का कारण बताया है। करोलबाग के बीडनपुरा इलाके में सोमवार दोपहर कोट-पैंट प्रेस करने की अवैध वर्कशॉप में अचानक केमिकल गिरने से आग लग गई थी। हादसे में एक कर्मचारी अजीत झुलस गया था, जबकि चार लोग राम नरेश, भगन राय, आशा और आरती की झुलसने से मौत हो गई थी।