नई दिल्ली : कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को केन्द्रीय चुनाव आयोग से मिला और ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया। पार्टी ने आयोग से चुनावों से जुड़े दो घटनाक्रम का जिक्र किया। पार्टी का मानना है कि इनसे चुनाव परिणामों पर असर पड़ सकता है और यह प्रतिनिधित्व कानून की धारा 123 का स्पष्ट उल्लंघन है। कांग्रेस नेता पीएल पुनिया के नेतृत्व में इस प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा है। इस ज्ञापन में पार्टी ने कहा है कि चिरमिरी मनेंद्रगढ़ विधानसभा में एक सरकारी स्कूल के मुख्याध्यापक से ईवीएम मशीन मिली हैं। इस संबंध में पार्टी ने आयोग को एक वीडियो भी सौंपा है।
पार्टी का कहना है कि आयोग हमेशा से ईवीएम मशीनों से छेड़छाड़ नहीं होने की बात कहता रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि एक सरकारी कर्मचारी के पास कैसे बिना अनुमति के ईवीएम मशीन पायी गई है, वह भी तब जब राज्य में चुनाव हो रहे हैं। कांग्रेस का कहना है कि यह बेहद गंभीर मामला है। पार्टी मानती है कि ईवीएम के उपयोग का पुनर्विचार किया जाना चाहिए और इस मुद्दे पर पूरी जांच कर किसी नतीजे पर पहुंचना चाहिए। पार्टी ने आरोप लगाया कि सामरी विधानसभा के भाजपा उम्मीदवार लोगों को कैश बांट रहे हैं। यह प्रतिनिधित्व कानून का सीधा उल्लंघन है और चुनाव आयोग को इस उम्मीदवार की सदस्यता रद्द करनी चाहिए।