अफगानिस्तान के विदेश मंत्री सलाहुद्दीन रब्बानी ने सोमवार को भारतीय राजदूत विनय कुमार को एक आधिकारिक बयान में ये आश्वासन दिया कि वो भारतीय इंजीनियरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनको रिहा कराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे. अफगान विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा , ‘‘ रब्बानी ने बातचीत में भारतीय राजदूत को आश्वस्त किया कि अफगान सुरक्षाबल इंजीनियरों को बचाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे. ’’
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी अफगान सरकार से अपील की है कि वो अफगानिस्तान के बागलान प्रांत में तालिबान द्वारा अगवा किए गए भारतीय इंजीनियरों की रिहाई में हरसंभव मदद मुहैया कराए. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुषमा ने अफगान विदेशमंत्री सलाहुद्दीन रब्बानी से टेलीफोन पर बातचीत की और उन्हें अगवा किए गए भारतीय इंजीनियरों के बारे में भारत की चिंता से अवगत कराया और निवेदन किया कि वह इंजीनियरों का पता लगाने और उनकी रिहाई में मदद करें.आतंकवादियों ने इंजीनियरों को रविवार को बागलान के चश्मा-ए-शीर इलाके से अगवा कर लिया था. आरपीजी समूह की कंपनी KEC इंटरनेशनल में कार्यरत ये भारतीय इंजीनियर अफगानिस्तान में एक बिजली सब-स्टेशन लगाने की परियोजना पर काम कर रहे थे.
प्रांतीय पुलिस के प्रमुख जबीउल्ला शुजा के हवाले से कहा कि प्रारंभिक सूचना के मुताबिक अगवा किए गए इंजीनियर ठीक हाल में हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारी उनके ठिकाने का पता लगाने और उन्हें रिहा कराने की कोशिश कर रहे हैं. भारत युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में पुनर्निर्माण के कार्यों में लगा हैऔर अफगानिस्तान को करीब दो अरब डॉलर की मदद पहले ही दे चुका है.