बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जिले के थाना दरगाह क्षेत्र के राजगढ़िया इलाके में स्थित एक चावल मिल के गोदाम में शुक्रवार को भीषण आग लग गई। हादसा इतना गंभीर था कि दम घुटने से पांच मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन की हालत गंभीर बनी हुई है। इस घटना के बाद पूरे इलाके में शोक और दहशत का माहौल है।
हादसा कैसे हुआ?
जानकारी के अनुसार, बहराइच शहर के दरगाह क्षेत्र में स्थित एक रईस नामक चावल मिल के गोदाम में शुक्रवार को अचानक आग लग गई। बताया जा रहा है कि गोदाम में भारी मात्रा में चावल का भूसा रखा हुआ था। आग लगने के कारण भूसे से तेज जहरीला धुआं निकलने लगा। इसी दौरान वहां काम कर रहे मजदूरों को जैसे ही आग का पता चला, वे उसे बुझाने के प्रयास में नीचे उतर गए। लेकिन धुएं की तीव्रता इतनी अधिक थी कि मजदूरों का दम घुटने लगा और एक-एक कर आठ मजदूर बेहोश होकर गिर पड़े।
आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया
मिल मालिक ने तत्काल स्थिति की गंभीरता को समझते हुए अपने निजी वाहन से सभी मजदूरों को नजदीकी मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों की टीम ने पांच मजदूरों को मृत घोषित कर दिया, जबकि तीन मजदूरों की हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया है।
मृतकों की पहचान
मरने वालों की पहचान इस प्रकार की गई है:
गफ्फार अली, उम्र 40 वर्ष, निवासी कन्नौज
बबलू, उम्र 28 वर्ष
रजनीश, उम्र 35 वर्ष
हूर, उम्र 50 वर्ष, निवासी श्रावस्ती
बिट्टू शाह, उम्र 30 वर्ष, निवासी बिहार
इन सभी मजदूरों के परिवारों को घटना की सूचना दे दी गई है, और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
घायलों की स्थिति
इस घटना में तीन मजदूर गंभीर रूप से झुलस और दम घुटने से घायल हुए हैं। घायलों के नाम हैं:
सुखदेव
देवी प्रसाद
सुरेंद्र शुक्ला
तीनों का इलाज मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में किया जा रहा है। डॉक्टरों की विशेष टीम उनकी स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है।
प्रशासन की तत्परता
घटना की सूचना मिलते ही बहराइच की जिलाधिकारी मोनिका रानी, एसपी, और अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और मेडिकल कॉलेज पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना। डीएम मोनिका रानी ने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि घायलों के इलाज में कोई भी लापरवाही न बरती जाए और उन्हें सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
सीएम योगी ने लिया संज्ञान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा शोक जताया है और प्रशासन को निर्देश दिया है कि पीड़ित परिवारों को तत्काल सहायता मुहैया कराई जाए। सीएम कार्यालय की ओर से बयान जारी कर कहा गया है, “यह घटना अत्यंत दुखद है। सरकार मृतकों के परिजनों के साथ खड़ी है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।”
मामले की जांच शुरू
स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। घटनास्थल को सील कर दिया गया है और फायर विभाग की टीम ने अग्निशमन के बाद वहां से नमूने एकत्र किए हैं। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या मिल में अग्निशमन व्यवस्था पर्याप्त थी या नहीं, और क्या वहां सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था।
दरगाह थाना प्रभारी ने बताया कि “प्रारंभिक जांच से ऐसा प्रतीत होता है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। हालांकि, जांच के बाद ही सही कारण स्पष्ट हो पाएगा।”
चश्मदीदों का बयान
घटना के समय मौजूद कुछ स्थानीय लोगों और मिल के कर्मचारियों ने बताया कि गोदाम में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। एक मजदूर ने नाम न जाहिर करते हुए बताया, “हमने कई बार मिल मालिक से कहा था कि भूसे के पास अग्निशमन यंत्र लगाए जाएं, लेकिन किसी ने नहीं सुना। अगर पहले से सावधानी बरती गई होती, तो ये जानें नहीं जातीं।”
सामाजिक संगठनों की मांग
इस दर्दनाक घटना के बाद कई सामाजिक संगठनों ने सरकार से मांग की है कि मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए और घायलों को मुफ्त इलाज सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, राज्यभर की मिलों और कारखानों में अग्निशमन और सुरक्षा व्यवस्था की जांच कराई जाए।