टीवी का पॉपुलर स्पाई शो सी.आई.डी (C.I.D) में ACP प्रद्युमन का किरदार निभाने वाले शिवाजी साटम (Shivaji Satam) आज अपना 75वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं. ऐसे में आइए इस मौके पर जानते हैं उनकी लाइफ से जुड़ी कुछ खास बातें.
सी.आई.डी (C.I.D) में ACP प्रद्युमन का किरदार निभाने वाले शिवाजी साटम (Shivaji Satam) का आज जन्मदिन है. एक्टर 75 साल के हो गए है. बीते कुछ दिनों से शिवाजी साटम सी.आई.डी शो छोड़ने को लेकर चर्चा में थे. शो में उनकी मौत हो गई थी. जिसके बाद अब शो में पार्थ समथान ने नए एसीपी के तौर पर एंट्री ली थी. हालांकि शो में शिवाजी साटम एक बार फिर से लौट आए है, जिसका वीडियो भी सामने आया है.
मराठी फिल्मों में भी कर चुके हैं काम
हालांकि, शिवाजी साटम का आज जन्मदिन है तो ऐसे में हम आपको इस खास मौके पर उनकी लाइफ से जुड़ी कुछ खास बातों के बारे में बताने जा रहे हैं. शिवाजी साटम का जन्म 21 अप्रैल 1950 को महाराष्ट्र के देवगढ़ में हुआ था. उन्हें मराठा फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज एक्टर्स में शुमार किया जाता है.वहीं टीवी की दुनिया के अलावा वे बॉलीवुड और मराठी फिल्मों में भी नजर आ चुके हैं और अपनी एक्टिंग से लोगों का दिल जीत चुके हैं.
शिवाजी साटम की लव स्टोरी रही दर्द भरी
हालांकि प्रोफेशनल लाइफ में तरक्की पाने वाले शिवाजी ने अपनी पर्सनल लाइफ में काफी दुश झेला है. टीवी स्क्रीन पर लोगों की मुश्किलों और मिस्ट्रीज को सॉल्व करने वाले शिवाजी अपनी रियल लाइफ की परेशानी को वो सॉल्व नहीं कर पाए.दरअसल, हम बात कर रहे हैं शिवाजी साटम की लव स्टोरी के बारे में जो बेहद बेहद दर्द भरी रही है.
शादी के 24 साल बाद छिन गया प्यार
बता दें कि एसीपी प्रद्युमन उर्फ शिवाजी साटम की पत्नी अरुणा ईरानी 70 के दशक में महाराष्ट्र की कबड्डी टीम की कप्तान थीं. शिवाजी के पिता, जो खुद भी एक जिम्नास्ट था, उन्होंने शिवाजी की अरुणा ईरानी संग अरेंज मैरेज करवाई थी. कबड्डी टीम में खेलने के बाद शिवाजी साटम की पत्नी अरुणा साटम टीम की मैनेजर और फिर कोच भी रही हैं. शिवाज अपनी पत्नी को बहुत प्यार करते थे, जिसे देख हर कोई सोचता था कि कपल की लव मैरिज हुई लेकिन अफसोस दोनों शादी के 24 साल बाद उनका प्यार हमेशा-हमेशा के लिए उनसे दूर हो गया.
कैंसर ने ली पत्नी की जान
दरअसल, शिवाजी साटम की पत्नी को कैंसर हो गया, जिसने उनसे उनका प्यार छीन लिया. एक इंटरव्यू में शिवाजी साटम बताते हैं कि उनकी पत्नी के कैंसर का इलाज लगभग सात साल तक चला और उस समय उन्हें बहुत परेशनियां झेलनी पड़ी थी. शिवाजी ने कहा कि इस मुश्किल वक्त में उनके परिवार के साथ-साथ पूरे उद्योग ने उनका साथ दिया. लेकिन अफसोस वह अपनी पत्नी को इस गंभीर बीमारी से बचा नहीं पाए.
उन्होंने बताया कि जब उनकी पत्नी का निधन हुआ, तब वह नाना पाटेकर (Nana Patekar) और अरुणा ईरानी (Aruna Irani) के साथ ‘गुलाम-ए-मुस्तफा’ की शूटिंग कर रहे थे. शिवाजी ने उनके बारे में बात करते हुए बताया था कि ये लोग फैमिली नहीं थे, लेकिन उससे कम भी नहीं थे. उन तीन महीनों में इन लोगों ने शिवाजी को बहुत संभाला था. वहीं पत्नी के जाने के बाद परिवार की मदद से शिवाज ने अपने बच्चों को संभाला उनकी परवरिश की, लेकिन दूसरी शादी नहीं की.