आपने एक मुहावरा सुना होगा… रस्सी जल गई, पर बल नहीं गया. इसका अर्थ ये है, कि बर्बाद हो गया, लेकिन घमंड अभी तक नहीं गया. बर्बादी की एक ऐसी ही कहानी, आज से 71 साल पहले वर्ष 1947 में अंग्रेज़ों के लिए लिखी गई थी. दूसरे विश्वयुद्ध के बाद उनकी हालत खराब हो गई थी.. उन्हें भारत से सब कुछ समेटकर भागना पड़ा था. लेकिन, अंग्रेज़ों का घमंड कभी कम नहीं हुआ. वो 71 साल पहले भी भारत को संपेरों का देश कहते थे. और उनकी आज की पीढ़ी को भी यही लगता है, कि भारत एक ग़रीब देश है.
इस व्यक्ति का नाम है, Lewis Hamilton…इसकी उम्र 33 वर्ष है. और ये एक British नागरिक है. वैसे तो Lewis Hamilton, Formula One Circuits पर तेज़ रफ्तार से F One Car चलाने के लिए मशहूर हैं, वो 5 बार फॉर्मूला वन रेस के वर्ल्ड चैंपियन रह चुके हैं. लेकिन, इन दिनों उनकी ज़ुबान भी Formula One Car की तरह.. बहुत तेज़ चल रही है. वो बिना सोचे समझे बयान दे रहे हैं और इसके लिए पश्चिमी मीडिया उन्हें अपना Platform भी दे रहा है. Lewis Hamilton ने BBC को एक Interview दिया है. जिसमें उन्होंने भारत को एक ग़रीब और कमतर देश बताया है. इसके लिए उन्होंने एशिया के ही एक देश, Vietnam को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया है. Formula One के Calender में इस बार Vietnam को शामिल किया गया है. जो वर्ष 2020 में अपने पहले Grand Prix की मेज़बानी करेगा. यानी 2020 में वहां पर पहली बार Formula One Race होगी. और Lewis Hamilton इसी Race को लेकर कुछ बातें कह रहे थे. <<Pcr Gfx Hamilton Statement>>
Lewis Hamilton ने एक Interview में कहा है,
I have been to Vietnam before and it is beautiful. I have been to India before to a race which was strange because India was such a poor place yet we had this massive, beautiful grand prix track made in the middle of nowhere. I felt very conflicted when I went to that grand prix. We had a grand prix in Turkey and hardly anyone came. Cool track, cool weekend but poor audience. If you had the Silverstone Grand Prix and a London Grand Prix, it would be pretty cool. I don’t know how important it is to go to new countries as such…
Lewis Hamilton की टिप्पणी में घमंड की मात्रा बहुत ज़्यादा है. उन्हें लगता है, कि Formula One Race जैसा इवेंट, अमीर देशों का खेल है. उसका आयोजन भी उन्हीं देशों में होना चाहिए, जो शक्तिशाली हैं, जिनका दुनिया में अपना रुतबा है. हैमिल्टन की बातों से साफ़ है कि वो भारत को एक Third world country यानी गरीब और थका-हारा देश समझते हैं.
वैसे उनकी इस सोच पर किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए. क्योंकि, भारत पर कीचड़ उछालने की पंरपरा, पश्चिमी देशों और वहां के Media के DNA में है. आपने ये भी ध्यान दिया होगा, कि हमारे अपने ही देश के लोग और बुद्धिजीवी ऐसे लोगों और ऐसे विदेशी चैनलों पर आंख और दिमाग बंद करके भरोसा कर लेते हैं. इसलिए एक भारतीय होने के नाते, आज Lewis Hamilton जैसी सोच रखने वालों को हम कुछ तथ्य बताना चाहते हैं.
1947 से लेकर 1991 तक भारत और ब्रिटेन की अर्थव्यवस्थाएं लगभग एक ही गति से आगे बढ़ रही थीं. 1991 में भारत की अर्थव्यवस्था को दुनिया के लिए खोल दिया गया. और तब से आज तक भारत की विकास दर ब्रिटेन से ज़्यादा रही है.
Lewis Hamilton को शायद ये बात पता नहीं है, कि इस वक्त GDP के मामले में भारत, ब्रिटेन जैसे देशों को कड़ी टक्कर दे रहा है.
इस वक्त दुनिया में भारत की अर्थव्यवस्था छठे स्थान पर है. ब्रिटेन, हमसे सिर्फ एक कदम आगे है. और दोनों के बीच फासला भी बहुत कम है. फिलहाल भारत का GDP क़रीब 170 लाख करोड़ रुपये है. जबकि ब्रिटेन का GDP लगभग 180 लाख करोड़ रुपये है.
ब्रिटेन के मुक़ाबले भारत का GDP प्रति वर्ष 5 गुना तेज़ रफ्तार से बढ़ रहा है. और वर्ल्ड बैंक की एक ताज़ा रिपोर्ट ये भी कहती है, कि अगले वर्ष भारत, ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था से आगे निकल जाएगा.
यानी Lewis Hamilton को ठीक से पढ़ाई लिखाई करने की ज़रूरत है.