घटना के समय दो बाइकों पर सवार पांच युवक आए और पहले घर के बाहर किसी को वीडियो कॉल की। कुछ ही मिनटों बाद वे वापस लौटे और अचानक ताबड़तोड़ दो गोलियां चला दीं। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है, जिसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। इस घटना ने पुलिस की नाइट पेट्रोलिंग और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि हमलावरों ने बिल्कुल पुलिस चौकी के करीब वारदात को अंजाम दिया और बिना किसी डर के फरार हो गए। घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है।
पुनीत बैंस की मां कमलेश रानी ने बताया कि जब फायरिंग हुई, उस वक्त वह अपनी पोती के साथ घर में सो रही थीं। उन्होंने कहा कि रात करीब ढाई बजे बाइकों की आवाज सुनाई दी लेकिन मैंने दरवाजा नहीं खोला। 5-7 मिनट बाद गोलियों की आवाज आई जिससे पूरा परिवार डर गया। उन्होंने आगे कहा कि उनका बेटा पुनीत इस समय घर पर नहीं रहता और फिलहाल जमानत पर बाहर है। उन्होंने पुलिस को तुरंत सूचना दी और प्रशासन द्वारा मिल रहे सहयोग की भी पुष्टि की।
कमलेश रानी के मुताबिक, 2020 में चीमा चौक के पास पुनीत पर हमला हुआ था और उसी केस में अगले दिन उसकी गवाही होनी थी। आशंका जताई जा रही है कि हमलावर पुनीत को डराने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पुनीत पर पहले करीब 12 आपराधिक मामले दर्ज हैं, लेकिन अब वह सुधरने की कोशिश कर रहा है।
इस घटना को लेकर एसीपी मनजीत सिंह ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमने घटनास्थल से दो गोलियों के निशान बरामद किए हैं और परिवार के बयान दर्ज किए हैं। जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।