लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान को सत्ता जाने के बाद भ्रष्टाचार करने का मौका गंवाने का दर्द बताया है। भाजपा ने कहा कि जिन लोगों ने जनता को लूटकर कंगाल और प्रदेश को खंडहर बना दिया था, उन्हें भी अब विकास की परिभाषा याद आने लगी है। दरअसल, सपा को अपने भ्रष्टाचार की परियोजनाओं के बंद होने से ‘कमीशन का खेल’ बिगड़ने की पीड़ा सता रही है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि अखिलेश जी अपने शासनकाल में भ्रष्टाचार, भाई—भतीजावाद और कुनबे के विकास को ही विकास मानते थे। प्रदेश की जनता ने उनके लूटपाट, भ्रष्टाचार और परिवारवाद की राजनीति पर ठोकर मारते हुए सत्ता के गलियारे से दूर फेंक दिया। अखिलेश जी जो तस्वीर दिखाकर विकास के रास्ते बंद होने की बात कह रहे हैं, वह असल में कमीशनखोरी व भ्रष्टाचार की परियोजना का नमूना है।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि अखिलेशजी की असल दिक्कत यह हैं कि उनकी मुख्यमंत्री बनने की योग्यता केवल यह थी। उन्होंने परिवारवाद के पोषक के यहां जन्म लिया था। इसीलिए विकास की असल तस्वीर उन्होंने अब तक नहीं देखी थी। अब प्रदेश में भाजपा की पूज्य योगी जी की सरकार आने के बाद पूरा प्रदेश विकास की राह पर चल पड़ा है तो उन्हें विकास कुछ-कुछ समझ आने लगा है, लेकिन भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी को संरक्षण देने की आदत के चलते वो प्रदेश में हो रहे अभूतपूर्व विकास की पूरी तस्वीर देख पाने में सक्षम नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में रक्षा काॅरिडोर का रहा है। काशी के विकास की राह पर चलने के साथ ही पूर्वांचल विकास के नए पथ पर अग्रसर हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी की सरकार औद्योगिक नगरी कानपुर को रक्षा कॉरिडोर परियोजना का केंद्र बना रही है। यहां सार्वजनिक क्षेत्र की बड़ी रक्षा इकाइयों के साथ ही यहां निजी रक्षा इकाइयों की स्थापना पर जोर दिया जा रहा है। योगी सरकार ने डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में ही न केवल 5 लाख करोड़ से अधिक का निवेश प्राप्त किया, बल्कि अब तक करीब एक लाख करोड़ रुपए के निवेश धरातल पर उतार दिए है।
हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि योगी की सरकार ने वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना शुरू कर प्रदेश के औद्योगिक व व्यापारिक विकास को प्रदेश के प्रत्येक जिले तक पहुंचा दिया है। लेकिन पांच साल लखनऊ में बैठकर मोदी जी द्वारा प्रदेश के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों में रोड़ा अटकाने, सपा के गुंडों द्वारा थाने चलवाने, विकास कार्यों के नाम पर भ्रष्टाचार व कमीशनखोर गिरोहों को संरक्षण देने वाले सपा सरकार के मुखिया को असली विकास नहीं दिखेगा, गरीबों के सिर पर छत, पक्का मकान, बिजली, शौचालय, चिकित्सा की सुविधा यह सब सपा सरकार के मुखिया रहे श्री अखिलेश जी को और उनके सहयोगियों को नहीं सुहा रहा है। क्योंकि उनके लिए विकास का मतलब जनता को लूटकर, प्रदेश को दरिद्र बनाकर और सरकारी तंत्र को पंगु बनाकर प्रदेशवासियों का नहीं बल्कि कुनबा विशेष का घर भरना ही विकास है।