उन्होंने विधिवत अनुष्ठान और आचार्यों के मंत्रोच्चार के बीच प्रस्तावित मंदिर का शिलापूजन किया। उन्होंने इस उपलक्ष्य में उपस्थित भक्तों के साथ जय श्री राम के जयकारे भी लगाए। उनके साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय भी शिलापूजन अनुष्ठान में सम्मिलित हुए।
मुख्यमंत्री ने अनुष्ठान की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा, आज रांची स्थित श्री राम जानकी तपोवन मंदिर के नवनिर्माण के शुभ अवसर पर आयोजित भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल हुआ। आने वाले समय में भव्य बनेगा श्रीराम जानकी तपोवन मंदिर। आज इस अवसर पर सभी को हार्दिक बधाई, शुभकामनाएं और जोहार।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें इस स्थान के प्रति लोगों की आस्था को और बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने मंदिर का निर्माण शीघ्र पूरा होने की उम्मीद व्यक्त करते हुए कहा कि यह राम भक्तों के लिए हर्ष का विषय है।
इस श्रीराम जानकी मंदिर का स्वरूप बहुत हद तक अयोध्या के श्रीरामलला मंदिर की तरह होगा। इसके वास्तुकार आशीष सोमपुरा हैं, जो अयोध्या मंदिर के प्रमुख वास्तुकारों में से एक रहे हैं।
तीन सालों में बनकर तैयार होने वाले इस मंदिर के आसपास के परिसरों के विकास के लिए झारखंड सरकार ने भी करीब 15 करोड़ की राशि की योजना मंजूर की थी।
मंदिर निर्माण ट्रस्ट की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, 10 हजार वर्गफीट में बनने वाले मंदिर में 13 गर्भगृह और इसके 13 शिखर होंगे। सभी शिखर अद्भुत होंगे। मंदिर करीब 62 फीट ऊंचा होगा।
पिछले साल 9 अगस्त को अयोध्या श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र न्यास समिति के महासचिव चंपत राय ने इस मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजा की थी।