पत्रकारों से बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि यह एक ऐसा दिन है जिसमें लोग बाबासाहेब अंबेडकर के विचारों और उनके सिद्धांतों पर चलने की प्रेरणा लेते हैं। पासवान ने कहा, उन्होंने ना सिर्फ़ हमारे संविधान को बनाने का काम किया, बल्कि उनके सिद्धांतों से हमारे देश के ऐसे वर्ग के लोग मुख्यधारा के साथ जुड़ पाए जो लंबे समय तक हाशिए पर थे। उन्होंने ऐसे लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए संविधान में जो प्रावधान बनाने का भी कार्य किया, मुझे लगता है कि उसी का परिणाम है कि मेरे जैसे लोग न केवल सांसद हैं बल्कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में सदस्य भी हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि यह वे विचार हैं जिन्हें सबको अपनाना चाहिए। समाज में किसी भी तरह के भेदभाव को हटाते हुए, हर व्यक्ति भारतीय होने की सोच के साथ आगे बढ़े, यही बाबासाहेब भी चाहते थे। आज उसी सोच के साथ लोजपा (रामविलास) भी आगे बढ़ रही है।
इस मौके पर उन्होंने विपक्ष को लेकर भी बात की और कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। पहले उन्हें अपने घर में झांकना चाहिए। एनडीए पूरी तरह एकजुट है। उन्होंने कहा, हमारे प्रधानमंत्री या गृहमंत्री बिहार आते हैं तो सभी दल साथ दिखते हैं। जिस तरह वर्चस्व की लड़ाई कांग्रेस और राजद के बीच देखने को मिल रही है, वह अपने आप में दर्शाता है कि चुनाव आते-आते राजद और कांग्रेस एक साथ नहीं रहेंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने वर्चस्व को बचाने के लिए अपने आप को मजबूत करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस ऐसे लोगों को जोड़ने का काम कर रही है जिनको राजद पसंद नहीं करती। उन्होंने कन्हैया कुमार की ओर इशारा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी के एक ऐसे नेता हैं जो देश के टुकड़े करने की बात करते हैं। ऐसे में कांग्रेस के ये कदम दर्शाते हैं कि शायद महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है। हमारी चिंता बाद में करें, वे पहले अपनी चिंता करें।