राज्य में वक्फ के नाम पर लाखों एकड़ जमीन कब्जा की गई: मुख्यमंत्री

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी संविधान निर्माता, भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव रामजी आम्बेडकर सम्मान अभियान के माध्यम से बाबा साहेब के सम्मान में विभिन्न कार्यक्रमों को आयोजित करेगी। अभियान की कार्यशाला रविवार को राजधानी लखनऊ के गोमती नगर स्थित भागीदारी भवन में सम्पन्न हुई। कार्यशाला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह, अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य, युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अभिनव प्रकाश तथा प्रदेश सरकार के मंत्री असीम अरूण ने प्रशिक्षण दिया। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमापति राम त्रिपाठी, डॉ. महेन्द्र नाथ त्रिपाठी तथा अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रामचन्द्र कनौजिया विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यशाला का संचालन प्रदेश महामंत्री एवं अभियान के प्रदेश संयोजक रामप्रताप सिंह चौहान ने किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश व राज्य में वक्फ के नाम पर लाखों एकड़ जमीन कब्जा की गई है। उनके पास कागज या राजस्व रिकॉर्ड नहीं है, इसलिए संसद में संशोधन विधेयक पारित हुआ। अब कार्रवाई हो रही है तो हिंसा भड़काई जा रही है। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में कल तीन हिंदुओं की घर से खींचकर हत्या की गई। यह सभी दलित, गरीब व वंचित हिंदू हैं, जिन्हें इस जमीन का सर्वाधिक लाभ मिलने वाला है। यह लैंड राजस्व के रिकॉर्ड में फिर से आएगी तो गरीब भी मल्टीस्टोरी बिल्डिंग का लाभ उठा पाएगा। वहां सरकार अच्छे फ्लैट बनाकर उसे उपलब्ध कराएगी। विपक्षी दलों को भय है कि ऐसा हुआ तो इनका वोटबैंक और गुमराह करने की राजनीति हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगी।

बांग्लादेश की घटना को लेकर राज्यसभा सांसद, एससी-एसटी आयोग के पूर्व अध्यक्ष व यूपी के पूर्व डीजीपी ब्रजलाल की तीन वर्ष पहले लिखी पुस्तक का जिक्र करते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि उनकी पुस्तक को अवश्य पढ़ें। यह पुस्तक आजादी के समय के दो दलित महायोद्धाओं की चर्चा करते हुए उनके तुलनात्मक अध्ययन पर आधारित है। एक तरफ बाबा साहेब ने कहा था कि मेरा आदि और अंत भी भारतीय के रूप में रहेगा। मैं अपनी पहचान इसी रूप में बनाए रखना चाहता हूं। दूसरी तरफ जोगेंद्र नाथ मंडल थे, जिन्होंने पाकिस्तान का समर्थन किया, लेकिन एक वर्ष भी पाकिस्तान में नहीं रह पाए। मंडल के कृत्यों की सजा आज भी बांग्लादेश में हिंदू भुगत रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बांग्लादेश में जिन हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है, वह दलित हैं। कांग्रेस, सपा व ममता बनर्जी ने उनके पक्ष में आवाज नहीं उठाई, यह आवाज केवल भाजपा ने उठाई। भाजपा प्रतिबद्ध है कि हमें हर हिंदू की रक्षा करनी है, इसी के लिए सीएए भी बनाया कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्ताान में कोई सिख, हिंदू, जैन, बौद्ध यदि प्रताड़ित हैं और वह भारत में आया है तो उसे नागरिकता मिल जाए, लेकिन कांग्रेस और सपा के लोग इसका विरोध कर रहे हैं। यह वही दल हैं, जो दलितों व वंचितों का अधिकार छीनते हैं। इनकी जमीन पर कब्जा करने वाले लोग भी सपा व कांग्रेस से जुड़े होते हैं, लेकिन सरकार ऐसे लोगों को ठीक करती है, जिससे वे कब्जा न कर पाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान में जो वंचित-दलित हिंदु था, उनको सीएए एक्ट के तहत भारत की नागरिकता देने के कार्य को जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आगे बढ़ाया तो इन लोगों (विपक्षी दलों) ने देश में आंदोलन, आगजनी, तोड़फोड़ की, लेकिन सरकार ने दृढ़ता से उसका सामना करते हुए नागरिकता देने का कार्य किया। पाकिस्तान, बांग्लादेश या दुनिया में कहीं भी पीड़ित हिंदु होगा, वह अंततः हिंदुस्तान में ही शरण लेने को मजबूर होगा। कांग्रेस, सपा व टीएमसी जैसे दलों ने उन्हें शरणार्थी के रूप में रखा, लेकिन भाजपा ने अपनाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस व सपा राष्ट्रनायकों के अपमान पर उतारू है। 2012 में सपा सरकार बनने पर तत्कालीन मुख्यमंत्री ने कहा था कि सामाजिक न्याय के जितने भी स्थल बनाए गए हैं, उन्हें तोड़वाएंगे और इसमें मैरिज हॉल खुलवाएंगे। लखनऊ में मान्यवर कांशीराम के नाम पर बने विश्वविद्यालय, सहारनपुर मेडिकल कॉलेज, कन्नौज मेडिकल कॉलेज डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम था, जिसे बदल दिया गया, लेकिन हम लोगों ने घोषणा की कि कन्नौज में यह बाबा साहेब के नाम पर ही होगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह लोग सामाजिक न्याय के प्रतीक महापुरुषों को अपमानित करते रहे हैं। महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज के खिलाफ वक्तव्य देते हैं और औरंगजेब का महिमामंडन करते हैं। तीन वर्ष पहले जब हम लोग प्रदेश में लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन पर रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम से जुड़े थे तो सपा मुखिया भारत के तोड़क जिन्ना का महिमामंडन कर रहे थे। जब भारत के महापुरुष के सम्मान की बात आती है तो यह लोग कोई न कोई प्रोपोगंडा फैलाते हैं, जिससे समाज को बांटने का कार्य किया जा सके। छत्रपति शिवाजी, लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल, बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर, महाराणा प्रताप, महाराणा सांगा का अपमान उसी श्रृंखला का हिस्सा है, जो कांग्रेस व सपा का डीएनए अब तक करता रहा है।

मुख्यमंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि 10 वर्ष में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र व विभिन्न राज्यों की भाजपा सरकारों ने दलितों, वंचितों, पिछड़ों व महिलाओं के लिए कौन से कार्य किए हैं और उनकी उपलब्धि व परिणाम क्या हैं। कौन से ऐसे कारक थे, जो बाबा साहेब के सपनों को साकार करने में बाधक थे। जब हम सही तथ्य जनता के सामने रखेंगे ही नहीं, तो गुमराह करने वाले दल राजनीतिक सीढ़ियों पर चढ़कर सत्ता की ऊंची दुकानों के पकवानों का स्वाद लेकर दलितों, गरीबों, को उनके अधिकारों से वंचित करते रहेंगे। मुख्यमंत्री ने लोकसभा चुनाव के प्रकरण को याद किया और कहा कि चुनाव के समय यह लोग भारत का संविधान लगी फर्जी पुस्तिका प्रिंट कराते हैं और जगह-जगह जाकर जनता के सामने मायाजाल फैलाते हैं। किसी से छिपा नहीं है कि उस समय इन लोगों ने कैसी-कैसी बातें कहीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब डा. आंबेडकर का अपमान करने वाले लोग कौन थे। 1952 में बाबा साहेब को चुनाव हरवाया गया। 1954 उपचुनाव में बाबा साहेब के निजी सहायक को उनके खिलाफ लड़ाया। उस समय पीएम नेहरू ने बाबा साहेब के खिलाफ प्रचार किया और उन्हें परास्त करवाया। अंततः हिंदू महासभा के एक सदस्य ने पुणे की सीट छोड़ी, तब डॉ. आंबेडकर संसद में जा पाए। मुख्यमंत्री श्री योगी ने कहा कि कांग्रेस व सपा देश तोड़क तत्वों के साथ खड़ी रही है। हम लोगों ने पिछले सत्र में विधानसभा व विधान परिषद के प्रत्येक सदस्य को संविधान की मूल प्रति भेंट की थी। कांग्रेस ने दिल्ली में बाबा साहेब का अंतिम संस्कार तक नहीं होने दिया। उनका स्मारक तक नहीं बनने दिया। 1976 में देश के संविधान की प्रस्तावना में संशोधन करके ऐसे शब्द डाल दिए गए, जिसके खिलाफ स्वयं बाबा साहेब ने तर्क दिए थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा साहेब के पंचतीर्थ को विकसित कर उन्हें सम्मान दिया। कांग्रेस हो या सपा, टीएमसी हो या वामपंथी दल, यह सभी लगातार बाबा साहेब व सामाजिक न्याय के पुरोधाओं के खिलाफ षडयंत्र रचते रहे।

मुख्यमंत्री श्री योगी ने कहा कि लखनऊ में बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का इंटरनेशनल सेंटर, स्मारक व सांस्कृतिक केंद्र स्थापित कर रहे हैं। जहां बाबा साहेब के दर्शन पर शोध हो सके। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि बाबा साहेब की पावन जयंती पर इन मुद्दों को लेकर दलित-वंचित बस्ती में जाएं और सही तथ्य रखें। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि भाजपा ने लोक कल्याण, लोक प्रशासन, लोकशासन और लोक समन्वय की दृष्टि से निरंतर जाति भावना से परे रहकर समाज में व्याप्त असमानता को दूर करने का कार्य किया है। बाबा साहब डा० भीमराव रामजी अम्बेडकर कहते थे कि समाज सेवा राजनीतिक सेवा से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि समाज सेवा से व्यक्ति का चरित्र बनता है। भाजपा ने सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास अर्जित करने के लिये हमेशा इसी दृष्टिकोण को लेकर समाज में काम किया है। उन्होंने कहा भाजपा की राज्य और केन्द्र की सरकारों ने गरीब, वंचित वर्ग को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए कार्य किया है। भाजपा ने सदैव माना है कि गरीबी एक सामाजिक बुराई है। इसलिये राजनितिक शक्ति ऐसे लोगों के हाथों में होनी चाहिए जो सामाजिक आदर्शों को एक सरोकार के रूप में लेकर आगे चलें। बाबा साहेब ऐसे ही समाज के पक्षधर थे जिसमें अधिक से अधिक उत्पादन हो और धन का समान वितरण हो। बाबा साहेब के इन सभी उददेश्यों को आज भाजपा पूरा कर रही है। उन्होंने कहा भाजपा ने समाज में समानता, न्याय और सामाजिक सुधार के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भाजपा हमेशा दलित अधिकारों के लिए मुखर रही और भारतीय संविधान के तहत लोकतंत्र का हमेशा सम्मान किया।

उन्होंने कहा पिछले एक दशक से ज्यादा समय से हमारी सरकारें बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर के सपनों को पूरा करने के लिए बिना थके काम कर रही है। चाहे 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालने की बात हो, एससी/एसटी ऐक्ट को मजबूती की बात हो, स्वच्छ भारत जैसे हमारी सरकार के फ्लैगशिप प्रोग्राम हो, पीएम आवास योजना, जल जीवन मिशन, उज्ज्वला योजना हों इनमें से प्रत्येक योजना ने गरीब और हाशिए पर पड़े लोगों को लाभ पहुंचाया है। जो कि बाबा साहेब का सपना था। श्री चौधरी ने कहा कि 2020 में मोदी सरकार ने ही डॉ. अंबेडकर के जन्मदिन को केन्द्र के सभी कार्यालयों में सार्वजनिक छुट्टी का ऐलान किया था। भाजपा का मकसद डॉ. अंबेडकर के सपने को आगे बढाना है। डॉ. अंबेडकर का मानना था कि ज्ञान, आत्मसम्मान और विनम्रता शिक्षा के अभिन्न अंग बनने चाहिए। भाजपा सरकार की नई शिक्षा नीति में इन्हीं बातों पर जोर है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि डॉ. आंबेडकर को कांग्रेस ने चुनाव में हरवाया था. एक बार नहीं, दो बार। पंडित नेहरू का उनके खिलाफ चुनाव प्रचार करना और प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाना। बाबा साहेब को भारत रत्न नहीं देना और संसद के सेंट्रल हॉल में उनके पोर्ट्रेट को जगह नहीं देना, ये सब कांग्रेस ने किया जबकि हमारी सरकारों ने बाबा साहेब से जुडे़ स्थानों को पंचतीर्थ को विकसित करने का काम किया है, दशकों तक चैत्य भूमि में जमीन का मुद्दा अटका पड़ा था। हमारी सरकार ने न उसे हल किया। दिल्ली के 26 अलीपुर रोड को विकसित किया जहां डॉक्टर आंबेडकर ने आखिरी वर्ष गुजारे थे। लंदन में वह घर सरकार ने अधिग्रहण किया। इसलिये जब डॉक्टर आंबेडकर की बात आती है तो उनके प्रति हमारा सम्मान, आदर संपूर्ण है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने केंद्र में सत्ता संभालने के बाद सबसे पहले राष्ट्रपति के रुप में रामनाथ कोविंद को चुना। उनके बाद आदरणीय द्रौपदी मुर्मु का राष्ट्रपति बनना साबित करता है कि समाज के पिछडे वर्गों से आने वाले लोगों को भाजपा ने हमेशा सम्मान दिया है। यही डॉ. अंबेडकर का सपना भी था। हर व्यक्ति को समान मौका मिले। भाजपा की सरकार ने हमेशा 140 करोड लोगों की अकांक्षाओं का ख्याल रखा।

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव आम्बेडकर ने दलितों, पिछड़ों को वोट देने का अधिकार दिए जाने की बात की। आज देश के अंदर समानता के अधिकार के साथ सबको वोट देने का अधिकार बाबा साहब की देन है। उन्होंने कहा आज़ादी के बाद बाबा साहेब ने वंचितों-पीड़ितों के लिए संविधान में अधिकार देने का काम किया। देश की आज़ादी के बाद पहले चुनाव में ही कांग्रेस पार्टी ने डॉ. भीमराव आम्बेडकर को धोखा देने का काम किया। बाबा साहेब को चुनाव में हराने के लिए षड़यंत्र किए, पानी की तरह पैसा बहाया। नेहरू जी खुद उनके विरोध में चुनाव प्रचार करने गए। बाबा साहेब ने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि मेरे अनुयायियों, मेरे समर्थकों, हिंदुस्तान के लोगों कांग्रेस पार्टी धोखेबाज़ पार्टी है। इसके चवन्नी के भी सदस्य से मत बनिएगा। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने संविधान की रचना की थी, बराबरी का अधिकार देने का काम किया। बाबा साहब का मानना था, शिक्षा एक ऐसा हथियार है जो सबको ग्रहण करना चाहिए। बाबा साहेब ने संविधान के माध्यम से सबको समानता का अधिकार देने का काम किया।

पाठक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा साहेब के विचारों को वास्तव में धरातल पर उतारकर करके उनको सच्ची श्रद्धांजलि देने का काम किया है। आज हर गरीब को पक्का मकान मिल रहा है. कौन सोचता था गरीब को पक्का मकान मिलेगा? आप सोचिए आज़ादी के बाद ढेर सारी योजनाएं कांग्रेस पार्टी ने चलाई। लेकिन केवल उदाहरण के लिए एक दो मकान इंदिरा आवास के नाम पर मिलते थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के हर गरीब को पक्का मकान ,शौचालय ,नल से जल सहित अनेकों लोककल्याणकारी योजनाओं को लागू कर समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के जीवन में खुशहाली लाने का काम किया है।

प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि संविधान निर्माता, भारत रत्न, बाबा साहेब डॉ. भीमराव रामजी आम्बेडकर सम्मान अभियान के तहत आज रविवार 13 अप्रैल को प्रदेश में लगभग 7 हजार से अधिक प्रतिमाओं पर स्वच्छता कार्यक्रम किये जायेंगे। इसके साथ ही सभी स्थानों पर रात्रि में दीपोत्सव मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव रामजी आम्बेडकर की जयंती 14 अप्रैल को प्रदेश में बाबा साहेब की सभी प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया जाएगा तथा संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन किया जाएगा। जिन बूथों पर प्रतिमाएं नही है वहां चित्र पर पुष्पार्चन करके संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया जाएगा। बाबा साहेब के सम्मान में 15 अप्रैल से 25 अप्रैल तक आयोजित होने वाली संगोष्ठियों में अनुसूचित वर्ग के बीच संवाद किया जाएगा। संगोष्ठी से पूर्व बाबा साहेब के चित्र पर पुष्पार्चन के साथ प्रारम्भ होने वाली संगोष्ठियों में बाबा साहेब के सम्मान तथा अनुसूचित वर्ग के हित में किये गए भाजपा सरकारों के कार्यों पर चर्चा की जाएगी। धर्मपाल सिंह ने कहा कि विपक्ष षड़यंत्र के तहत जनमानस में भ्रम फैलाकर राजनैतिक लाभ लेना चाहता है। विपक्ष के पास ऐसा कोई मुद्दा, नीति या उनके शासन काल के ऐसे कोई कार्य नही हैं जिनके आधार पर वह जनता के बीच पहुंच सके। इसलिए वह झूठ, भ्रम और षड़यंत्र का सहारा ले रहें हैं। संगोष्ठियों और जनसम्पर्क के माध्यम से हम सभी को उनके हर षड़यंत्र को विफल करना है। इसके साथ ही 15 अप्रैल से 25 अप्रैल के बीच ही अनुसूचित जाति वर्ग के बाबा साहेब की विचारधारा को मानने वाले समाज के वरिष्ठ नेता, सेवा निवृत्त या वर्तमान प्रशासनिक अधिकारी, साहित्यकार, खिलाड़ी, सामाजिक कार्यकर्ता, उद्यमी, व्यापारी, सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक नेता सहित विभिन्न प्रभावशाली लोगों के साथ सम्पर्क भी करना है।
धर्मपाल सिंह ने कहा कि इसके साथ ही अटल जन शताब्दी वर्ष के कार्यक्रम तथा वक्फ सुधार, जन जागरण अभियान के कार्यक्रम भी साथ में ही करना है।

भाजपा अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लाल सिंह आर्य ने कहा कि डा. भीमराव आम्बेडकर को सिर्फ याद ही नहीं करना बल्कि उनके विचारों पर विमर्श भी करना है। डा. अम्बेडकर भारत की एकता, अखण्डता, स्थायित्व, समरसता और सामाजिक न्याय के प्रणेता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सदैव बाबा साहेब की स्मृतियों को समाप्त करने का काम किया है। डा. आम्बेडकर को संविधान सभा चुनाव में कांग्रेस के विरोध के कारण हार का सामना करना पड़ा। 1952 में देश के पहले चुनाव प्रधानमंत्री नेहरू की प्रत्यक्ष निगरानी में कांग्रेस ने कम्युनिस्ट पार्टी के साथ मिलकर डा. आम्बेडकर की हार की साजिश रची। कांग्रेस ने डा. आम्बेडकर की अंत्येष्ठि दिल्ली में नहीं करने दी और न ही स्मारक बनाने दिया। कांग्रेस का शुरू से ही चरित्र दलित विरोधी रहा है। कांग्रेस ने अलीगढ मुस्लिम युनिवर्सिटी एवं जामियां मिलिया इस्लामिया युनिवर्सिटी में अनुसूचित वर्ग का आरक्षण लागू नहीं करने दिया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले प्रधानमंत्री जो डा. आम्बेडकर की जन्मस्थली गए। उन्होंने कहा कि डा. आम्बेडकर की विरासत को सम्मान देने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। संविधान दिवस की शुरूआत करके तथा डा. आम्बेडकर के नाम पर भीम एप लांच कर डा. आम्बेडकर के प्रति सम्मान तथा सामाजिक न्याय को सशक्त बनाने की मजबूत पहल की गई।
भाजयुमों के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने कहा कि कांग्रेस सरकारों ने दशको तक डा. आम्बेडकर के योगदान की उपेक्षा की गई। कांग्रेस सरकार शासन में एनसीईआरटी की पुस्तक में डा. आम्बेडकर का अपमानजनक चित्रण किया गया। जिसमें नेहरू उन्हें कोड़ा मारते हुए दिखाये गए है। कांग्रेस ने धर्म के आधार पर आरक्षण को बढ़ावा दिया और समान नागरिक संहिता जैसे उपायो का लगातार विरोध किया। कांग्रेस के यह दोनों कदम डा. आम्बेडकर के समानता और एकता के विपरीति है। कांग्रेस की नीतियां समाज को बांटने और तुष्टिकरण बढ़ावा देने वाली है। गोष्ठियों सहित अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से हमें सत्य को सभी के सामने रखना है। प्रदेश सरकार के मंत्री असीम अरूण ने कहा कि आगामी 15 अप्रैल से 25 अप्रैल तक होने वाली गोष्ठियों में हम सभी को पूरी तैयारी के साथ पहुंचना है। हम पूरी मजबूती के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की केन्द्र सरकार तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व की प्रदेश भाजपा सरकार द्वारा बाबा साहेब डा. भीमराव आम्बेडकर के सम्मान तथा दलितो के सामाजिक, आर्थिक व राजनैतिक उत्थान के साथ ही सामाजिक समरसता के लिए किए गए कार्यों को जनता के बीच रखेंगे।

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